हर वर्ष गंगाजल से स्नान करते हैं पवनसुत
प्रयागराज (राजेश सिंह)। गंगा नदी का पानी रविवार शाम को बांध स्थित लेटे (बड़े) हनुमान मंदिर परिसर तक पहुंच गया। हनुमान मंदिर कोरिडोर से गंगाजल टकराने लगा था। इससे दूर-दूर से आकर संगम स्नान को जाने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी हुई। वहीं बांध के नीचे दुकानों से भी सामान हटाकर लोग सुरक्षित स्थान पर ले जाने लगे।
ऐसी मान्यता है कि प्रतिवर्ष बांध स्थित लेटे हनुमान मंदर में गंगाजी हनुमान जी को स्नान कराने जरूर पहुंचती हैं। इसे धार्मिक मान्यता से भक्त जोड़ते हैं। फिलहाल गंगा का पानी अगर लगातार बढ़ता रहा तो संभव है कि रविवार रात तक हनुमान मंदिर के अंदर गंगाजल प्रवेश कर जाएगा।
गंगा और यमुना के जलस्तर में बढ़ोतरी लगातार जारी है। पहाड़ों पर हो रही भारी बारिश का पानी आ ही रहा है। साथ ही कानपुर से भी बीते दो दिन के अंदर करीब दो लाख क्यूसेक पानी छोड़ दिया गया है। इसकी वजह से भी गंगा में जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है।
जिले में गंगा और यमुना में आई बाढ़ हर साल काफी नुकसान पहुंचाती है। इस बार भी दोनों नदियों का पानी उफान पर है। प्रयागराज में खतरे का निशान 84.734 मीटर पर है। शुक्रवार को गंगा नदी का फाफामऊ में जलस्तर 79.28 और छतनाग में 78.18 मीटर था। वहीं शनिवार की शाम फाफामऊ में 79.34 मीटर दर्ज किया गया। इसी तरह यमुना का नैनी में शुक्रवार को जलस्तर 78.77 मीटर था, जो दूसरे दिन शाम को 78.88 मीटर पर पहुंच गया।
बाढ़ नियंत्रण में लगी टीमें लगातार नदियों के जलस्तर की निगरानी कर रही है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि गंगा नदी में कानपुर से 1.02 लाख क्यूसेक पानी शुक्रवार को छोड़ा गया था। शनिवार को भी लगभग इतना ही पानी और छोड़ दिया गया। इसके अलावा कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है। दूसरे प्रदेशों व पहाड़ी इलाकों में भी भीषण बारिश हो रही है। ऐसे में फिलहाल अभी जलस्तर और बढ़ने की उम्मीद है।