मीरजापुर (रविन्द्र जायसवाल)। जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार की अध्यक्षता में जूम ऐप के माध्यम से संचारी रोग अभियान की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में यूनिसेफ द्वारा 13 यूनिट्स (ब्लॉक और शहरी क्षेत्र) में 550 घरों के सर्वे के आधार पर पंचायती राज विभाग के कार्य को राज्य औसत से बेहतर बताया गया। जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग को स्कूलों में प्रार्थना सभा के दौरान संचारी रोगों से बचाव की जानकारी देने, नुक्कड़ नाटक, पेंटिंग, खेलकूद, निबंध और पोस्टर जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से बच्चों को जागरूक करने का निर्देश दिया। साथ ही, हाथ धोने की प्रक्रिया पर जोर दिया। पंचायती राज विभाग को शौचालय विहीन घरों में शौचालय निर्माण और सामुदायिक शौचालयों की साफ-सफाई सुनिश्चित करने के लिए कहा गया। जिला कार्यक्रम अधिकारी को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा क्षेत्र भ्रमण बढ़ाने, कुपोषित बच्चों की सूची तैयार कर एनआरसी रेफर करने, पोषाहार वितरण और कुपोषण से बचाव की जानकारी देने का निर्देश दिया गया। गर्भवती महिलाओं में हीमोग्लोबिन की कमी पर विशेष ध्यान देने और उनके खान-पान की निगरानी करने को कहा गया। जल जमाव की समस्या पर जिलाधिकारी ने तत्काल मिट्टी भराई और एंटी-लार्वा छिड़काव सुनिश्चित करने के साथ-साथ छिड़काव की तारीखों को साइन बोर्ड पर अंकित करने का आदेश दिया। कछंवा, राजगढ़ और मड़िहान ब्लॉकों में उपलब्धि सुधार के लिए पंचायत राज और सहायक विकास अधिकारी (कृषि) को विशेष प्रयास करने को कहा गया। नगर पालिका/पंचायत के अधिशासी अधिकारियों को नालियों की सफाई, कूड़ा प्रबंधन, जलापूर्ति में रिसाव रोकने और शुद्ध जल सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। वाटर ट्रीटमेंट और फॉगिंग पर भी ध्यान देने को कहा गया। आशा कार्यकर्ताओं को संचारी रोगों से बचाव के लिए जागरूकता बढ़ाने और सभी की आयुष्मान भारत (आभा) आईडी बनाने का निर्देश दिया गया। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग को सीडीपीओ और सुपरवाइजर की विजिट बढ़ाने, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को विंध्याचल के शहरी क्षेत्र में सुअर पालकों के संवेदीकरण पर ध्यान देने का आदेश दिया गया। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सी.एल. वर्मा, जिला पंचायत राज अधिकारी संतोष कुमार सहित अन्य संबंधित अधिकारी जूम के माध्यम से उपस्थित रहे।
