प्रयागराज (राजेश सिंह)। नरपिशाच के नाम से कुख्यात रामनिरंजन उर्फ राजा कोलंदर की सजा माफी पर मारे गए पत्रकार धीरेंद्र सिंह के परिवार ने आपत्ति जताई है। मृतक पत्रकार धीरेंद्र सिंह के बड़े भाई वीरेंद्र सिंह ने राज्यपाल को पत्र भेजा है।
वीरेंद्र सिंह की ओर से राज्यपाल को भेजे गए पत्र में लिखा गया है कि उनका परिवार एक बार फिर दहशत में जीने लगा है। उन्होंने मांग उठाई की नरभक्षी अपराधी को जेल से नहीं छोड़ा जाए। उसके छूटने की स्थिति में अपराधियों के हौसले बुलंद हो जाएंगे। राजा कोलंदर पिछले कई वर्ष से जेल में बंद है। उसे दो अलग-अलग मुकदमे में सजा सुनाई जा चुका है। कोर्ट ने राजा कोलंदर के साथ उसके साथ उसके साले बच्छराज कोल को भी आजीवन कारावास से दंडित किया है। बताया गया है कि कुछ दिन पहले शासन स्तर से सजा माफी को लेकर शंकरगढ़ पुलिस से आख्या मांगी गई थी। तब पुलिस ने यह कहते हुए अपनी आख्या लगाई कि राजा कोलंदर ने कई लोगों निर्मम हत्या की थी। ऐसे में उसका जेल से बाहर आना समाज के लिए उचित नहीं होगा।
इसी बीच इसकी जानकारी पत्रकार धीरेंद्र सिंह के परिवार को हुई तो वह परेशान हो गए। बुधवार को बड़े भाई वीरेंद्र सिंह ने राज्यपाल को पत्र भेजा। पत्र में नौ बिंदुओं पर घटना का उल्लेख, परिवार की स्थिति और आरोपित को जेल से नहीं छोड़ने की मांग करते हुए आपत्ति जताई है। शंकरगढ़ के बसहरा गांव निवासी वीरेंद्र का कहना है कि उनके छोटे भाई पत्रकार धीरेंद्र की दिसंबर 2000 में नरभक्षी राजा कोलंदर ने हत्या की थी। उसके पिगरी फार्म हाउस से मानव की कई खोपड़ी बरामद हुई थी। राजा कोलंदर ने 14 लोगों की हत्या करने और खोपड़ी का मांस खाने की बात कुबूल की थी। फिलहाल नरपिशाच राजा कोलंदर की रिहाई पर चर्चा उठने के बाद एक बार फिर लोगों के जेहन में यादें ताजा हो गई हैं। पत्रकार के अलावा गांव के अन्य लोगों में भी दहशत का माहौल व्याप्त हो गया है।