1400 किमी एरिया में नोटम जारी, टेंशन में चीन-पाक
नई दिल्ली। नोटिसों का उपयोग अस्थायी परिवर्तनों या खतरों के बारे में सूचित करने के लिए किया जाता है। इनमें रनवे बंद होना, हवाई क्षेत्र पर प्रतिबंध, उपकरणों में रुकावट, ज्वालामुखी राख की चेतावनी या कोई अन्य घटनाक्रम शामिल हो सकता है जिसके बारे में पायलटों को उड़ान भरने से पहले पता होना चाहिए।
भारत ने संभावित मिसाइल परीक्षण के मद्देनज़र 6-8 दिसंबर तक बंगाल की खाड़ी के ऊपर 14,000 किलोमीटर के क्षेत्र में नो-फ्लाई ज़ोन नोटिस जारी किया है। छव्ज्।ड या हवाई मिशनों के लिए नोटिस, पायलटों, एयरलाइनों और हवाई यातायात नियंत्रकों को जारी किया जाने वाला एक आधिकारिक अलर्ट है, जब भी कोई महत्वपूर्ण जानकारी होती है जो किसी उड़ान की सुरक्षा या योजना को प्रभावित कर सकती है। इन नोटिसों का उपयोग अस्थायी परिवर्तनों या खतरों के बारे में सूचित करने के लिए किया जाता है। इनमें रनवे बंद होना, हवाई क्षेत्र पर प्रतिबंध, उपकरणों में रुकावट, ज्वालामुखी राख की चेतावनी या कोई अन्य घटनाक्रम शामिल हो सकता है जिसके बारे में पायलटों को उड़ान भरने से पहले पता होना चाहिए।
क्या होता है नोटम
नोटम का मतलब नोटिस टू एयरमैन या नोटिस टू एयर मिशनंस। एक सूचना होती है जो विमानन प्राधिकरण द्वारा जारी की जाती है ताकि पायलटों और उड़ान संचालन से जुड़े कर्मियों को किसी भी वैमानिक सुविधा सेवा प्रक्रिया या खतरे के बारे में जानकारी दी जा सके। इसका उद्देश्य उड़ान सुरक्षा सुनिश्चित करना है। नोटम में कुछ यह जानकारियां शामिल हो सकती है। जैसे हवाई अड्डे की स्थिति जैसे रनवे बंद होना, लाइटिंग में खराबी, हवाई क्षेत्र में प्रतिबंध जैसे सैन्य अभ्यास या फिर रॉकेट लॉन्च, मौसम की चेतावनी, ज्वालामुखी राख या फिर पक्षियों की मौजूदगी।
लगातार भारत के नोटम से खौफ में पाकिस्तान
इससे पहले एक्स त्रिशूल नाम के इस युद्ध अभ्यास में भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना का जॉइंट ऑपरेशन किया था। इसके जरिए भारत की बढ़ती संयुक्त युद्ध क्षमता, आत्मनिर्भरता और इनोवेशन को दिखाया जाएगा। 11 से 12 दिनों तक इतने बड़े इलाके में भारत की तीनों सेनाओं के युद्ध अभ्यास से पाकिस्तान भी इतना डर गया कि उसने भी 2 दिन के लिए नोटम जारी कर दिया। पाकिस्तान को डर था कि कहीं गलती से उसके एयरक्राफ्ट्स या विमान इस इलाके में ना पहुंच जाएं। इससे पहले भारत ने बंगाल की खाड़ी में 15 से 17 अक्टूबर 2025 के बीच मिसाइल परीक्षण करने के लिए नोटम जारी किया था। इस दौरान लगभग 1,480 किलोमीटर लंबा इलाका नो-फ्लाई जोन घोषित किया गया था।