दिल्ली-हावड़ा रूट पर सुपरफास्ट ट्रेनें पैसेंजर की गति से रेंग रहीं
प्रयागराज (राजेश सिंह)। उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड के साथ अब घना कोहरा काल बनकर पटरियों पर उतर आया है। संगम नगरी प्रयागराज आने वाली ट्रेनों की रफ्तार पर ब्रेक लग गया है और आलम यह है कि जो ट्रेनें सुबह सूरज उगने के साथ प्लेटफॉर्म पर होनी चाहिए थीं, वे दोपहर बाद भी स्टेशन नहीं पहुंच पा रही हैं। दिल्ली-प्रयागराज रूट पर ट्रेनों का संचालन इस कदर चरमरा गया है कि यात्री घंटों स्टेशन पर ठिठुरने को मजबूर हैं।
राजधानी की थमी रफ्तार, सुपरफास्ट का बुरा हाल
कोहरे का सबसे ज्यादा असर प्रीमियम ट्रेनों पर पड़ा है। रफ्तार के लिए मशहूर 12302 हावड़ा राजधानी एक्सप्रेस अपनी साख के विपरीत साढ़े 14 घंटे की भारी देरी से चल रही है। जिस ट्रेन को शनिवार रात 11.41 बजे प्रयागराज जंक्शन पहुंच जाना चाहिए था, उसके आज यानी रविवार दोपहर दो बजे के बाद आने की उम्मीद है।
यही हाल रीवा सुपरफास्ट का है, जो पिछले 15 दिनों से कोहरे की मार झेल रही है। सुबह 6.10 बजे पहुंचने वाली यह ट्रेन आज 11 घंटे विलंबित है और इसके शाम साढ़े पांच बजे तक पहुंचने की संभावना है। यात्रियों का कहना है कि यह ट्रेन अब सुपरफास्ट नहीं बल्कि श्पैसेंजर गति से रेंग रही है।
वीआइपी ट्रेनें भी कोहरे के आगे बेबस
सिर्फ साधारण एक्सप्रेस ही नहीं, बल्कि आधुनिक सुविधाओं से लैस 22436 वंदे भारत एक्सप्रेस भी कोहरे के चक्रव्यूह में फंस गई है। यह ट्रेन चार घंटे की देरी से चल रही है और इसके शाम चार बजे तक पहुंचने की उम्मीद है। वहीं, प्रयागराज की लाइफलाइन मानी जाने वाली प्रयागराज एक्सप्रेस भी साढ़े पांच घंटे पीछे है। दोपहर एक बजे तक इसके जंक्शन पहुंचने के आसार हैं।
अन्य प्रमुख ट्रेन कितने घंटे विलंबित?
- हमसफर एक्सप्रेसः 6 घंटे की देरी (दोपहर 12.30 बजे संभावित)
- शिवगंगा एक्सप्रेसः 6 घंटे की देरी
- कालिंदी एक्सप्रेसः 6 घंटे की देरी
आसमान में भी ‘धुंध’ का पहरा
सिर्फ पटरी ही नहीं, आसमान में भी दृश्यता कम होने की वजह से हवाई सेवाएं बाधित हैं। प्रयागराज एयरपोर्ट पर सुबह 11 बजे तक कोई भी विमान लैंड नहीं कर सका। घने कोहरे के कारण दिल्ली से आने वाली उड़ान भी अपने निर्धारित समय से काफी पिछड़ गई है और इसके दोपहर एक बजे के बाद ही आने की उम्मीद है।
यात्रियों की बढ़ी मुश्किलें
स्टेशनों पर यात्रियों की भीड़ बढ़ती जा रही है। कड़ाके की ठंड में बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज्यादा परेशान हैं। पूछताछ काउंटरों पर लंबी कतारें लगी हैं, लेकिन कोहरे की अनिश्चितता के सामने रेल प्रशासन भी बेबस नजर आ रहा है। रेलवे का कहना है कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वाेपरि है, इसलिए दृश्यता कम होने पर श्एंटी-फॉगश् डिवाइस के बावजूद ट्रेनों की गति कम रखनी पड़ रही है।
अगले कुछ दिनों में कोहरे से राहत की उम्मीद नहीं
फिलहाल, मौसम के मिजाज को देखते हुए आने वाले कुछ दिनों तक राहत के आसार कम ही नजर आ रहे हैं। यदि आप भी यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो घर से निकलने से पहले अपनी ट्रेन का लाइव स्टेटस जरूर चेक कर लें।