प्रयागराज (राजेश सिंह)। करेली में मतदान केंद्र के पास बम से हमलाकर युवक की हत्या मामले में पांचवें दिन भी पुलिस खाली हाथ रही। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास रहने वालों के साथ ही उन पुलिसकर्मियों से भी दोबारा पूछताछ की, जिनकी ड्यूटी मतदान केंद्र के बाहर थी। लेकिन हमलावर के बारे में कोई कुछ नहीं बता सका। उधर, घटना को लेकर करेली एसओ अनुराग शर्मा की जांच शुरू करा दी गई है। अफसरों का कहना है कि मतदान केंद्र के पास बम से हमला गंभीर मामला है, जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
27 फरवरी को करेली में 60 फीट रोड पर कोरांव निवासी अर्जुन कोल की बम मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने पहले बताया कि वह खुद बम लेकर जा रहा था और वह इसका ही शिकार हुआ। हालांकि सीसीटीवी फुटेज से यह बात साफ हो गई कि उसकी हत्या की गई। अब तक की जांच में यह बात साफ है कि हमलावर घटनास्थल के ठीक सामने कब्रिस्तान की ओर से आया और बम मारकर भाग निकला। इसे देखते हुए पुलिस ने कब्रिस्तान के तीनों रास्तों के साथ ही घटनास्थल और आने-जाने वाले रास्तों की करीब 17 स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली है लेकिन हत्यारे का कोई सुराग नहीं हासिल हुआ। शुक्रवार को पुलिस की एक टीम ने आसपास रहने वाले लोगों के साथ ही उन दो पुलिसकर्मियों से भी पूछताछ की, जो घटना के वक्त मतदान केंद्र के बाहर ड्यूटी पर मौजूद थे। लेकिन ढेरों कवायदों के बाद भी हत्यारे का कोई क्लू हासिल नहीं हो सका। अफसरों का कहना है कि जांच पड़ताल की जा रही है।
मतदान केंद्र के बाहर बम मारकर युवक की हत्या को लेकर कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं। जानकार इसे चुनाव के मद्दनेजर की गई सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी चूक भी बता रहे हैं। अब तक कि जांच में यह भी साफ है कि मृतक हमलावर के निशाने पर नहीं था। ऐसे में घटना का शिकार कोई वोटर या मतदान केंद्र के बाहर मौजूद पुलिसकर्मी भी हो सकते थे। सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर कैसे मतदान केंद्र के आसपास हमलावर बम लेकर पहुंच गया और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लग सकी। यह हाल तब था जब मतदान को लेकर हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश जारी किए गए थे। एसएसपी अजय कुमार का कहना है कि यह सुरक्षा व्यवस्था में चूक है और इसके लिए जो भी जिम्मेदार होगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी। मामले में जांच शुरू करा दी गई है।