मेजा, प्रयागराज (विमल पाण्डेय/दीपक शुक्ला)। बुधवार सुबह पूर्व विधायक मेजा नीलम उदय भान करवरिया ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ अपने आवास पर भारतीय जनता पार्टी का 42वां स्थापना दिवस मनाया।
विधायक ने उपस्थित कार्यकर्ताओं को भारतीय जनता पार्टी की स्थापना का मूल उद्देश्य और उससे पहले जनसंघ के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की स्थापना साल 1980 में हुई है, लेकिन इसके मूल में श्यामाप्रसाद मुखर्जी द्वारा 1951 में निर्मित भारतीय जनसंघ ही है। इसके संस्थापक अध्यक्ष अटल बिहारी वाजपेयी रहे, जबकि मुस्लिम चेहरे के रूप में सिकंदर बख्त महासचिव बने।
1984 के चुनाव में भाजपा की मात्र 2 सीटें थीं, लेकिन वर्तमान में सर्वाधिक राज्यों में भाजपा की खुद की या फिर उसके समर्थन से बनी हुई सरकारें हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा कांग्रेस के बाद देश की एकमात्र ऐसी पार्टी बनी जिसने चुनाव भले ही गठबंधन साथियों के साथ लड़ा, लेकिन 282 सीटें हासिल कर अपने बूते बहुमत हासिल किया।
अयोध्या में राम मंदिर और हिन्दुत्व भाजपा के ऐसे मुद्दे रहे जिनके चलते वह 2 सीटों से 282 सीटों तक पहुंच गई। भाजपा को मजबूत करने में वाजेपयी और लालकृष्ण आडवाणी की अहम भूमिका रही है। आडवाणी की रथयात्रा ने भाजपा के जनाधार को और व्यापक बनाया।
1996 में अटल बिहारी वाजपेयी भाजपा के पहले प्रधानमंत्री बने, लेकिन बहुमत न होने के कारण उनकी सरकार 13 दिन में ही गिर गई। 1998 में हुए चुनाव में एक बार फिर वाजपेयी प्रधानमंत्री बने, लेकिन जयललिता के कारण उनकी सरकार फिर गिर गई।
वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी की सरकार का मूलमंत्र सबका साथ-सबका विकास के रूप में कार्य कर रही है। पूर्व विधायक ने बताया कि मेजा विधानसभा की जनता के लिए मैं आज भी उसी तरीके से समर्पित हूं, जिस तरह से पहले थी। पहले से कहीं ज्यादा अब उनके पास समर्पित कार्यकर्ताओं की फौज है।
उक्त अवसर पर भारी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता इससे पहले पूर्व विधायक नीलम उदय भान करवरिया भाजपा संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय और भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के चित्र पर माल्यार्पण कर लोगों को बधाई दी।
उक्त अवसर पर युवा मंडल अध्यक्ष राजा दोगारी, जितेंद्र शुक्ला, गजेंद्र मिश्र, सोनू शुक्ला, अनुभव तिवारी, विकास तिवारी, सोभित शुक्ला सहित भारी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।