मेजा, प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी/राहुल मिश्रा)
विगत कई वर्षों से बोलन धाम स्थित पवित्र सरोवर से गायब सफेद कमल का फूल ग्रामीणों के श्रम दान से एक बार फिर सफेद कमल का फूल तालाब की शोभा बढ़ा रहा है।ग्राम पंचायत की उदासीन के चलते मेजा खास स्थित बोलन धाम का ऐतिहासिक सरोवर में
विगत कई वर्षों से जानलेवा घास पन सोखवा ने पूरे तालाब में अपना पांव पसार लिया था।जिसके कारण जमाने से खिल रहा सफेद कमल का फूल पूरी तरह से गायब हो चुका था। छः माह पूर्व सर्दी में गांव के 12 युवाओं की टीम ने प्रतिदिन सुबह स्नान के समय में लगातार एक माह तक पहले सरोवर से जड़ जमाए जानलेवा पनसोखवा घास को निकालते उसके बाद स्नान कर अपने दैनिक क्रिया में लग जाते।यह सिलसिला एक माह तक चलता रहा। बोलन धाम स्थित पवित्र सरोवर से पूरी तरह से खरपतवार निकल जाने की खुशी में युवाओं ने भोज का कार्यक्रम भी किया था।जिसके चलते आज के दिन लगभग पूरे सरोवर में सफेद कमल का फूल अपने आप फैल चुका है और पवित्र सरोवर की शोभा बढ़ा रहा है।बता दें कि उक्त पवित्र सरोवर से सफेद कमल का फूल सावन माह में रुद्राभिषेक हो या फिर अन्य तरह की शिव पूजा हो।दूर दराज से लोग आकर सफेद कमल का फूल के जाते रहे हैं।इधर 2-4 वर्षों से सफेद कमल का फूल गायब हो चुका था,जिससे सरोवर की शोभा के साथ शिव पूजा भी अधूरा रहा।आज वह एक बार फिर अपने पुराने ऐतिहासिक पवित्र सरोवर का रूप लिए बोलन धाम में दर्शनार्थियों के आकर्षक का केंद्र बिंदु बना हुआ है।श्रम दान करने वाले युवा टीम नंदलाल चौरसिया के नेतृत्व में अजय श्रीवास्तव,राजेश श्रीवास्तव,मांगण आदिवासी,माणिक चंदे राणा, बब्लू शर्मा,नेवुर हरिजन, दारा,अजय आदिवासी,सकुनी आदिवासी,रामकृष्ण पटेल और अवधेश गौड़ की ग्रामीणों सहित दूर -दराज से आने वाले दर्शनार्थियों ने भूरि -भूरि सराहना की है।