वाराणसी। जिले के 317 जोड़े 10 जून को एक दूजे का हाथ थामेंगे। मौका होगा सभी विकास खंडों में सामूहिक विवाह के आयोजन का। पिंडरा में होने वाले आयोजन में हरहुआ के जोड़े भी शामिल होंगे। सुबह 9 बजे से होने वो आयोजन में बेटियों के माता, पिता, भाई के साथ जनप्रतिनिधि-अफसर भी शामिल होंगे। जबकि सैकड़ों लोग इसके साक्षी बनेंगे।
कोरोना काल के बाद सामूहिक विवाह का यह पहला आयोजन है। ये शादियां पहले 27 मई को होनी थीं, लेकिन विधानसभा सत्र के चलते 10 और 17 जून (दो चरणों) को कर दिया गया। पहले चरण में विकास खंडों और दूसरे चरण में शहर में आयोजन होने हैं। जिले में 250 जोड़ों के पंजीकरण का लक्ष्य था। सामूहिक विवाह में सबसे ज्यादा पिंडरा और हरहुआ ब्लॉकों में 62-62 पंजीकरण हुए हैं। वहीं, काशी विद्यापीठ विकास खंड में सिर्फ 16 जोड़ों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। चोलापुर में 41, चिरईगांव में 39, बड़ागांव में 37 और सेवापुरी व आराजी लाइन में 30-30 जोड़े पंजीकृत हैं। जिला समाज कल्याण अधिकारी जीआर प्रजापति ने बताया कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत होने वाली शादियों की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। ब्लॉक परिसरों में खंड विकास अधिकारियों के पर्यवेक्षण में विवाह सम्पन्न कराए जाएंगे।
*शहर में 14 पंजीकरण*
शहर में फिलहाल 14 जोड़ों का रजिस्ट्रेशन हो सका है। इनमें वरुणापार जोन के 12 और दशाश्वमेध जोन के दो जोड़े हैं। इनका विवाह दूसरे चरण में 17 जून को होगा।
*मिलेंगे 51 हजार रुपये*
आयोजन के दौरान प्रत्येक जोड़े को 51 हजार रुपये दिए जाएंगे। इसमें 35 हजार कन्या के खाते में भेजे जाएंगे, जबकि वर-वधू को दस हजार के उपहार मिलेंगे। वैवाहिक कार्यक्रम का खर्च छह हजार रुपये तय है। हालांकि पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस योजना में एक लाख रुपये देने की घोषणा की है, लेकिन विभागीय अधिकारी शासन से अभी स्पष्ट दिशा-निर्देश न मिलने की बात कह रहे हैं।