कोरांव, प्रयागराज (श्रीकान्त यादव/विमल पाण्डेय)। कोरांव थाने का सीयूजी नंबर नाट रिचबल बताता है। किसी जानकारी के लिए जब कोरांव थाने का सीयूजी नंबर लगाया तो नाट रिचबल बताता है। शुक्रवार को कोरांव थाना क्षेत्र में एक रिटायर्ड दारोगा की अधजली लाश मिलने की सूचना पर हड़कंप मच गया। सूरज वार्ता कार्यालय से जब हकीकत जानने के लिए कोरांव थाने का सीयूजी नंबर मिलाया गया तो वह लगातार नाट रिचबल बताता रहा। ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है, इससे पहले भी कई बार हो चुका है।
ज्ञात हो कि पखवाड़े भर पहले सीयूजी नंबर पर फोन नहीं रिसीव करना प्रयागराज में झूंसी के थानेदार को भारी पड़ गया। शिकायत मिलने पर एसएसपी ने खुद झूंसी इंस्पेक्टर के सीयूजी नंबर पर एक के बाद एक छह बार एक दारोगा के फोन से कॉल की लेकिन घंटी बजती रही, फोन नहीं उठा। इसके बाद एसएसपी ने अपने नंबर से वीडियो कॉल किया और लापरवाही भरा जवाब मिलने पर झूंसी थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया। उनकी जगह एसओजी प्रभारी वैभव सिंह को तैनात किया गया है। पीआरओ अजय कुमार मिश्रा को भी झूंसी थाने का एसएसआई बनाया गया है। एसएसपी के तल्ख तेवर से बाकी थानेदारों में भी घबराहट है।
