आजमगढ़ (राजेश सिंह)। आजमगढ़ मे एक 108 एम्बुलेंस का धक्का लगाते हुए विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। जिससे जिले मे व्यवस्थाओं की तबीयत नासाज है। इसका एक उदाहरण सोमवार को शहर में देखने को मिला। जिले में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात 108 नंबर की एम्बुलेंस को मरीज के तीमारदारों को ही धक्का लगाना पड़ा। दरअसल अहरौला में एक 108 नंबर एम्बुलेंस को धक्का लगाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया। एम्बुलेंस में गंभीर मरीज है और लोग एम्बुलेंस को धक्का लगा रहे हैं लेकिन फिर भी वह स्टार्ट नहीं हो पा रही है। वीडियो सामने आने के बाद से स्वास्थ्य विभाग की पोल सबके सामने आ गई है। बता दें कि कि सरकार ने एम्बुलेंस की व्यवस्था आम जनता की सुविधा के लिए शुरू की हुई है लेकिन विभागीय लापरवाही के कारण मरीजों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। गाड़ियों की मेंटिनेंस की तरफ विभाग की ओर से ध्यान ही नहीं दिया जा रहा, नतीजन इतनी अहम सेवा से जुड़ी ये गाड़ियां खुद बीमार पड़ गई हैं। वायरल वीडियो सीएचसी अहरौला के ठीक सामने का बताया जा रहा है। 108 एम्बुलेंस को मरीज के तीमारदार धक्का दे रहे हैं। लेकिन काफी मशक्कत के बाद भी एम्बुलेंस स्टार्ट नहीं हुई। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, पहले भी 108 एम्बुलेंस के खराब होने के मामले सामने आ चुके हैं।
अधिकारी बोले एंबुलेंस हमारी नहीं
अहरौला सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. योगेश गौतम का कहना है कि वायरल वीडियों में जो एम्बुलेंस है वह उनके अस्पताल की नहीं बल्कि फूलपुर की है। हमारे यहां की सभी एम्बुलेंस सही है और सुचारू रूप से चल रही हैं। किसी तकनीकी खराबी के कारण वह स्टार्ट नहीं हुई होगी। वैसे भी इन गाड़ियों की देखरेख की जिम्मेदारी लखनऊ के जीवीके कंपनी की है। फिटनेस व संचालन की जिम्मेदारी उन्हीं की है। वहीं, लोगों का कहना है कि एम्बुलेंस में गंभीर हालत वाले मरीज को लेकर जाते हैं। ऐसे में यदि गाड़ी को धक्का लगाना पड़े तो यह काफी बड़ी समस्या है क्योंकि यहां सीधे मामला किसी की जान से जुड़ा हुआ है। लोगों के अनुसार, इसकी जिम्मेदारी सीएससी के अधीक्षक की है कि वह एम्बुलेंस को समय-समय पर दुरुस्त कराते रहें।