समाधान दिवस में प्रार्थना पत्र लेकर सिर्फ पूरी की जा रही औपचारिकतायें
मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
मेजा में शनिवार को आयोजित समाधान दिवस में प्रार्थना पत्र लेकर सिर्फ औपचारिकता पूरी की जा रही है। कोई पांच माह से कोई सालों से अधिकारियों के समक्ष अपनी पीड़ा बयां कर रहा है, लेकिन उसकी समस्या का निराकरण नहीं हो पा रहा है। हर बार वह प्रार्थना पत्र लेकर अफसरों के पास न्याय पाने की उम्मीद लेकर पहुंचता है। कागज उसके हाथ से अधिकारी लेकर रख लेते हैं। अगले दिवस तक स्थिति ज्यों कि त्यों बनी रहती है। ऐसे में जिम्मेदारों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना लाजिमी है। शनिवार को थाना कोतवाली मेजा में आयोजित समाधान दिवस में तहसीलदार मेजा गजराज सिंह,कोतवाल मेजा धीरेंद्र सिंह,नायब तहसीलदार मेजा सुलभ त्रिपाठी,नायब तहसीलदार मांडा अनुग्रह नारायण सिंह के सामने कई शिकायतकर्ता ऐसे आए जो महीनों से चक्कर लगा रहे हैं।जबकि उच्चाधिकारियों ने लंबित मामलों को एक सप्ताह में निस्तारित करने का निर्देश दिया है। लेकिन ढाक के तीन पात।प्रार्थना पत्र लिया और ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है।
ऐसा ही एक मामला अमिलिया कला की विधवा सोहागी देवी कोल ने एक साल से अपने ही रिहायसी घर को गांव के ही दबंगों द्वारा अवैध रूप से किए गए कब्जे को हटाने की गुहार लगा रही है,लेकिन उसे आज तक न्याय नही मिल पा रहा है।दबंगों के खिलाफ बेवा ने शिकायत दर्ज कराई है।लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो पा रही है।उसने आज फिर समाधान दिवस में शिकायत इस उम्मीद के साथ की है कि शायद अबकी बार उसे न्याय मिल जाय।कोतवाल धीरेंद्र सिंह ने मौके पर जी हल्का दरोगा को बुलाकर मामले की जानकारी ली और निस्तारण करने के निर्देश दिए। ऐसे ही कई पुराने मामलों की शिकायत की गई।फिलहाल शनिवार को कुल 37 शिकायतें मिली। जिसमें राजस्व से 27 और पुलिस से 10 मामले रहे।एक का मौके पर निस्तारण कर दिया गया।इस मौके पर विभिन्न क्षेत्र के राजस्व निरीक्षक, हल्का लेखपाल मौजूद रहे।