बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कदापि बर्दाश्त नही होगा
मेजा, प्रयागराज (श्रीकान्त यादव/विमल पाण्डेय)। उच्च न्यायालय इलाहाबाद के 15 फरवरी 2022 के आदेश के अनुपालन में शिक्षा निदेशक (बेसिक) उत्तर प्रदेश शिक्षा निरीक्षण अनुभाग,प्रयागराज के 12 अप्रैल 2022 द्वारा दिये गए निर्देश के अनुक्रम में राजेश यादव को खंड शिक्षा अधिकारी,उरुवा का दायित्व फिर से कुछ महीनों बाद सौप दिया गया है। विगत वर्ष 2 अगस्त 2021 को राजेश यादव ने उरुवा में कार्यभार ग्रहण किया था। उसके पश्चात 27 दिसंबर 2021 को आनन-फानन में प्रशासनिक आधार पर राजेश यादव का स्थानान्तरण जनपद बांदा में हो गया था और उन्हें जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय से तत्काल मुक्त भी कर दिया गया। उक्त आदेश के विरुद्ध राजेश यादव ने उच्च न्यायालय इलाहाबाद में एक याचिका दायर की। जिसमें उच्च न्यायालय ने अपने आदेश 15 फरवरी 2022 में उक्त स्थानान्तरण दिनांक 27 दिसंबर 2021 को स्थगित कर दिया।
वहीं राजेश यादव ने महानिदेशक स्कूल शिक्षा,उत्तर प्रदेश,लखनऊ विजय किरण आनंद को एक पत्र भेजकर उक्त प्रकरण की पूरी जानकारी दी थी। उसके पश्चात महानिदेशक स्कूल शिक्षा के आदेश 16 जून 2022 को एक पंजीकृत डाक से भेजा गया जो कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, प्रयागराज के कार्यालय में दिनांक 25 जून 2022 को प्राप्त हुआ। ततपश्चात उच्च न्यायालय इलाहाबाद के आदेश और महानिदेशक स्कूल शिक्षा के आदेशानुसार राजेश यादव को फिर से उरुवा ब्लॉक का खंड शिक्षा अधिकारी बनाया गया है और कार्यालय आदेश जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी,प्रयागराज के दिनांक 25 जून 2022 के क्रम में रमेश सिंह को पूर्व की भांति खंड शिक्षा अधिकारी मुख्यालय,प्रयागराज का दायित्व सौप दिया गया है। उरुवा ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारी राजेश यादव ने फिर से दुबारा ब्लॉक का कार्यभार ग्रहण करने के पश्चात अपने कार्यालय के सभी कर्मचारियों तथा ब्लॉक के सभी परिषदीय विद्यालयों के प्रधानाध्यापक/इ. प्रधानाध्यापकों और सभी एआरपी के साथ एक बैठक आहूत की और एक आवश्यक दिशा निर्देश दिया। उन्होंने ब्लॉक के सभी शिक्षकों को एक संदेश दिया कि बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कदापि बर्दाश्त नही होगा। शिक्षक पूरी ईमानदारी से बच्चों को शिक्षा प्रदान करें और अपना सभी कार्य समय से पूरा करें।