नई दिल्ली। स्वदेशी रूप से विकसित इस लेजर-गाइडेड एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल का डीआरडीओ और भारतीय सेना ने केके रेंज में युद्धक टैंक अर्जुन से आज यानी 4 अगस्त को आर्मर्ड कोर सेंटर एंड स्कूल अहमदनगर के समर्थन से सफलतापूर्वक परीक्षण किया.
चीन और पाकिस्तान की ओर से लगातार मिल रहे चुनौतियों के बीच भारत ने एक और उपलब्धि हासिल की है. सुरक्षा चुनौतियों के बीच भारत ने लेजर-गाइडेड एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल का सफल परीक्षण कर लिया है. इस कामयाबी पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ और भारतीय सेना को बधाई दी है.
*अर्जुन टैंक से सफल परीक्षण:*
स्वदेशी रूप से विकसित इस लेजर-गाइडेड एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल का डीआरडीओ और भारतीय सेना ने केके रेंज में युद्धक टैंक अर्जुन से आज यानी 4 अगस्त को आर्मर्ड कोर सेंटर एंड स्कूल अहमदनगर के समर्थन से सफलतापूर्वक परीक्षण किया. एटीजीएम मिसाइल के सफल परीक्षण से भारत की ताकत में और इजाफा हो गया है.
डीआरडीओ ने एटीजीएम को मल्टी-प्लेटफॉर्म लॉन्च क्षमता के साथ विकसित किया है. अभी एटीजीएम एमबीटी अर्जुन टैंक की 120 मिमी राइफल्ड गन से तकनीकी मूल्यांकन परीक्षण चल रहा है. आज के परीक्षणों के साथ, न्यूनतम से अधिकतम सीमा तक लक्ष्यों को शामिल करने की एटीजीएम की क्षमता की स्थिरता सफलतापूर्वक स्थापित की गई है.
अलग-अलग रेंज में सफल परीक्षण: मिसाइलों ने सटीकता के साथ प्रहार किया और दो अलग-अलग रेंज में लक्ष्यों को सफलतापूर्वक भेद दिया. ऑल-इंडिजिनस लेजर गाइडेड एटीजीएम मिसाइल (Laser-Guided Anti-Tank Guided Missiles) एक्सप्लोसिव रिएक्टिव आर्मर (ईआरए) संरक्षित बख्तरबंद वाहनों को नष्ट करने के लिए टेंडेम हाई एक्सप्लोसिव एंटी-टैंक (हीट) वारहेड का इस्तेमाल करता है.