मेजा, प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
गत 25 दिनों से अपनी मांगों को लेकर तहसील मुख्यालय पर आंदोलनरत श्रमिक रघुनंदन गुप्ता की मच्छरों के काटने से मंगलवार से तबियत खराब हो गई। शुक्रवार चौथे दिन भी हालत नाजुक बनी हुई है।
कताई मिल मजदूर संघ के जिला उपाध्यक्ष तहसील मुख्यालय मेजा में चले रहे श्रमिकों के धरना स्थल पर कोंराव विधायक राजमणि कोल को सुनने पहुंचे थे। कार्यक्रम में शाम चार बजे के लगभग उनकी व एक साथी की तबीयत अचानक खराब हो गई।तेज बुखार आ गया था।
तेज बुखार व हालत नाजुक देख श्रमिक साथी रघुनंदन व दूसरे साथी शिव चन्द्र को इलाज के लिए सीएचसी मेजा ले गए थे। जहां डाक्टरों ने दवा व सलाह देने के बाद घर भेज दिया था। बंद पड़ी कताई मिल में रघुनंदन गुप्ता खुद एक कर्मचारी रहे। मिल बंद हो जाने के बाद एक छोटे से कमरे में चाय की दुकान चलाते हुए श्रमिकों की बीच-बीच में आवाज को बुलंद करते रहे हैं। तीन दिन पूर्व वे विधायक कोरांव को ज्ञापन सौंपने के पश्चात अनशन स्थल पर जमे रहे, जहां वे जहरीले मच्छरों के प्रकोप का शिकार हो गए।मजदूरों की मांगो को अनसुना कर रहे शासन में बैठे नुमाइंदों के अदियालपन रवैए के चलते आंदोलन कर रहे और श्रमिकों की हालत खराब हो सकती है।लिहाजा शासन को मजदूरों की मांगो पर गौर करते हुए आश्वासन के साथ सार्थक पहल करने की जरूरत है।