प्रयागराज (राजेश सिंह)। सरस्वती हाईटेक सिटी परिसर में पेप्सी का प्लांट के लिए बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा 26.7 एकड़ भूमि का आवंटन पत्र जारी कर दिया गया। बताया जा रहा है कि यहां अगले डेढ़ वर्ष में पेप्सी का प्लांट बनकर तैयार हो जाएगा। इस दौरान 1500 लोगों को यहां रोजगार भी मिल सकता है। इस बीच शुक्रवार को पेप्सिको की अखिल भारतीय फ्रेंचाइजी वरुण बवेेरेजेज लिमिटेड के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और सीओओे कमलेश कुमार जैन ने सूबे के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी से लखनऊ में मुलाकात की। दरअसल नैनी स्थित सरस्वती हाईटेक सिटी योजना 2016 में लागू की गई थी लेकिन अभी तक उसमें ऑक्सीजन प्लांट ही लग सका है। जमीन की अधिक कीमत तथा अन्य कारणों का हवाला देते हुए उद्यमी आगे नहीं आ रहे थे। ऐसे में पेप्सी का प्लांट के लिए भूमि आवंटित होने से नए उद्योगों के आने को बल मिला है। वरुण बेवरेजेज यहां 1052.57 करोड़ का निवेश कर उद्योग लगाने जा रही है। उद्योग स्थापित होने के बाद यहां प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से सैकड़ों लोगों को रोजगार उपलब्ध होगा। इस संबंध में बीते दिनों लखनऊ में केबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी की मौजूदगी में आयोजित ग्राउंड ब्रेकिग सेरेमनी में वरुण बेवरेजेज की ओर से प्रदेश में 20 अरब रुपये के निवेश की घोषणा की थी। इसी क्रम में कंपनी की ओर से चित्रकूट में 496.57 करोड़ रुपये की लागत से प्लांट लगाने की प्रक्रिया शुरू की गई है। इसके लिए जमीन का आवंटन हो चुका है। अब कंपनी ने सरस्वती हाईटेक सिटी में भी फैक्ट्री लगाने जा रही है। यूपीसीडा के क्षेत्रीय प्रबंधक प्रदीप सत्यार्थी ने बताया कि कंपनी को 25 एकड़ भूमि का आवंटन पत्र जारी कर दिया गया है।
नंदी ने दी बधाई, कहा नैनी में अभी और होगा निवेश
उधर लखनऊ में वरुण बेवरेजेज के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर और सीओओ कमलेश कुमार जैन ने मंत्री नंदी से की मुलाकात की। उत्तर प्रदेश में औद्योगिक निवेश के लिए मंत्री नंदी ने डायरेक्टर कमलेश कुमार जैन का स्वागत एवं अभिनंदन किया। डायरेक्टर कमलेश कुमार जैन ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बेहतर कानून व्यवस्था और सकारात्मक माहौल से निवेशकों का रुझान उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ा है। उधर बताया जा रहा है कि वरूण बेवरेजेज द्वारा अब जल्द ही रजिस्ट्री और पजेशन की प्रक्त्रिस्या पूरी करने के बाद प्लांट स्थापित करने का कार्य शुरू किया जाएगा। यहां कार्बोनेटेड शीतल पेय, फलों के गूदे या जूस आधारित पेय उत्पादन भी किया जाएगा। कंपनी प्रयागराज के साथ ही अमेठी, गोरखपुर और चित्रकूट में 3740 करोड़ रुपये का निवेश करने जा रही है, जहां 5650 से अधिक रोजगार के अवसरों के सृजन की संभावना है।