कौशांबी (राजेश सिंह)। कौशांबी पुलिस को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। महेवाघाट पुलिस ने अष्ट धातु की दो मूर्तियों के साथ 10 तस्करों को गिरफ्तार किया है। बरामद हुई मूर्तियों की कीमत करीब 95 करोड़ रुपये आंकी जा रही है। शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने प्रेस कांफ्रेंस में मामले का पर्दाफाश किया। साथ ही आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर चालान न्यायालय भेजा। जहां से उन्हें जेल भेजा गया। महेवाघाट के प्रभारी निरीक्षक रोशन लाल दो दिन पहले गश्त पर थे। इस दौरान 10 लोगों को यमुना ब्रिज के समीप खड़े देखा। पुलिस की गाड़ी को देखते ही वह भागने लगे। पुलिस ने घेराबंदी कर सभी को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपितों के पास से ठाकुर जी की मूर्ति (वजन 62 किलोग्राम) और ठाकुर जी की दूसरी मूर्ति चार टुकड़ों में (वजन 46 किलोग्राम) बरामद की गई। पकड़े गए आरोपित उस्मान उल्ला उर्फ चांदबाबू निवासी नयानगर प्रथम मंझनपुर (पैतृक गांव नारा मंझनपुर) रामकिशोर विश्वकर्मा निवासी रानीपुर कमासिन बांदा, मुसद्दर विश्वकर्मा निवासी गौहानी मजरा भुजौली राजापुर चित्रकूट, ननका निवासी नादिन कुर्मियान राजापुर चित्रकूट, नीरज विश्वकर्मा निवासी पहाड़ी रोड पावर हाउस के सामने कर्वी चित्रकूट, रामप्रसाद विश्वकर्मा निवासी कर्वी, जितेंद्र कुमार निवासी बिसारा रेवरी कोखराज, बाबूजी सोनकर निवासी कारखाना राजापुर, संतोष कुमार पटेल निवासी बदबदा पर पइंसा व विपिन शुक्ला निवासी लौगावां महेवाघाट हैं।
पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने बताया कि 62 किलो अष्टधातु मूर्ति की कीमत 85 करोड़ व टुकड़ों में मिली मूर्ति का मूल्य 10 करोड़ रुपये होने का अनुमान लगाया गया है।
पूछताछ में रामकिशोर ने बताया कि 15 वर्ष पहले उसने अपने दो साथियों के साथ मिलकर मूर्ति को बांदा के एक मंदिर से चोरी की थी। उसके दोनों साथियों की मौत हो चुकी है। तब से वह मूर्तियों को बेचने की फिराक में था। जिस भी खरीदार से संपर्क किया गया, उसने एक मूर्ति को अलग-अलग टुकड़ों में कटवाकर पहले परीक्षण कराया।
इस बार भी उसने मूर्ति को बेचने के लिए जितेंद्र व संतोष पटेल की मदद से मुसद्दर से संपर्क किया। वह भी फतेहपुर के एक युवक के माध्यम से केरल के खरीदार से संपर्क कर 25 करोड़ तक कीमत लगा चुका था। फतेहपुर के युवक से संपर्क करने के लिए उसने अन्य आरोपितों से संपर्क किया और महेवाघाट स्थित यमुना ब्रिज पर उसके आने का इंतजार कर रहे थे, तभी पकड़े गए। बड़े मामले का पर्दाफाश करने वाली पुलिस टीम को एसपी ने 25 हजार रुपये पुरस्कार देने की घोषणा की है।