प्रधान द्वारा ग्राम सभा की खुली बैठक न कराए जाने पर ग्रामीणों में नाराजगी
मेजा,प्रयागराज। (हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
भोजपुरवा गांव में जनपंचायत लगाकर ग्रामीणों द्वारा विभिन्न प्रकार की समस्याओं पर चर्चा की गई। प्रमुख जनसमस्या पर विचार व्यक्त करते हुए किसान अश्विनी कुमार, अमृत लाल, तौलन प्रसाद, अभयराज, विनोद कुमार ,जीतनरायन आदि ने कहा कि शासन द्वारा धान विक्रय हेतु क्रय केन्द्र खोलने की ब्यवस्था इस आशय से की जाती है कि समर्थन मूल्य पर कृषकों के उपज की तौल सुनिश्चित हो सके किंतु दुर्भाग्यवश ग्राम भइयां, चन्द्रहास, श्यामनगर,भोजपुरवा, नेवादा, पथरा,हड़गड़, के कृषकों को ब्यवस्था का लाभ नहीं मिल पा रहा है। कई किसानों द्वारा पीड़ा ब्यक्त करते हुए बताया गया कि नजदीक में क्रय केन्द्र न होने के कारण 15कि.मी.दूर मेजारोड या कोरांव तक जब टैक्टर पर धान को लादकर जाने के बाद मजबूरी में आधा दाम पर बेच कर आना पड़ता है। बहुत ही पीड़ा होती है। कुछ किसानों ने बताया कि विगत वर्ष में प्राइवेट एजेंसी को धान खरीदने के लिए नियुक्त किया गया था, किन्तु तौलने के बाद एजेंसी होल्डर द्बारा प्रति कुंतल पांच सौ रुपए कम करके कीमत प्राप्त हुई। जनपंचायत का आयोजन करने वाली राष्ट्रीय सामाजिक संस्था जनसुनवाई फाउंडेशन के वि.ख.-मेजा प्रभारी राजकुमार मिश्र का कहना है कि न्याय पंचायत -पथरा के अन्तर्गत ग्राम पंचायत भइयां में यदि सरकारी क्रय केंद्र खोल दिया जाय तो पास के कई गांव के किसानों की समस्याओं का निराकरण होगा। जनपंचायत में ग्रामीणों द्वारा ग्राम विकास मापी सूचकांक का भी मूल्यांकन किया गया जिसमें ग्रामीणों ने मच्छर जनित बीमारियों से बचाव विषय पर चर्चा करते हुए मच्छर अवरोधी दवा का छिड़काव न कराये जाने पर ग्राम प्रधान को आड़े हाथों लिया। एवं ग्राम पंचायत में आमसभा की बैठक न होने पर खेद जताया। जनपंचायत में उपस्थित फाउंडेशन के स्टेट कोआर्डिनेटर अधिवक्ता कमलेश प्रसाद मिश्र द्वारा स्वच्छता अभियान एवं ग्राम योग से संबंधित विषय पर प्रकाश डाला एवं ग्रामीणों से गांव को स्वच्छ रखने की अपील की। उक्त अवसर पर पुरुषों के साथ ही महिलाएं भी सैकड़ों की संख्या में शामिल हुई।