गंगा एक्सप्रेसवे के प्रारंभ में ही विकसित किया जाएगा कारिडोर
101 हेक्टेयर जमीन पर स्थापित होंगे फार्मा और टेक्सटाइल पार्क
प्रयागराज (राजेश सिंह)। गंगा एक्सप्रेस-वे के प्रयागराज छोर पर औद्योगिक गलियारा विकसित करने के लिए सरकार ने तेजी से कदम बढ़ाए हैं। गलियारा की जमीन के लिए सरकार की ओर से उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने 166 करोड़ रुपये दिए गए हैं, जिसमें 66 करोड़ रुपये किसानों को उनकी जमीन के लिए दे दिए गए हैं।
गलियारा में फार्मा और टेक्सटाइल पार्क स्थापित करने की तैयारी चल रही है। गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। दो दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस परियोजना का दो स्थानों पर निरीक्षण करने गए थे।
प्रदेश की सबसे बड़ी सड़क परियोजना के आसपास इंडस्ट्रियल कारिडोर बनेंगे। प्रयागराज में सोरांव के जूड़ापुर दांदू गांव में जहां से परियोजना शुरू हो रही है, वहां भी औद्योगिक गलियारा विकसित किया जाएगा। इसके लिए जूड़ापुर दांदू, बारी सराय हरिराम, माधोपुर मलाक चतुरी, सरायलाल खातून उर्फ होलागढ़ में लगभग 101.5 हेक्टेयर भूमि अधिगृहीत की जा रही है। इसमें 94.94 हेक्टेयर भूमि किसानों की है, जबकि 6.55 हेक्टेयर जमीन सरकारी है।
लगभग 18.86 हेक्टेयर जमीन किसानों से क्रय-विक्रय के माध्यम से ले ली गई है, जिसके एवज में 66 करोड़ रुपये किसानों को दिए गए हैं। शेष लगभग 76.1 हेक्टेयर भूमि खरीदने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। यह सड़क परियोजना मेरठ शुरू होकर प्रयागराज के जूड़ापुर दांदू गांव तक होगी।
सोरांव तहसील के पांच गांवों में इंडस्ट्रियल कारिडोर के लिए निवेशकों से संपर्क साधा जा रहा है। यहां इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, चिकित्सा संस्थान भी खोलने की तैयारी है।
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ के अनुसार, गंगा एक्सप्रेसवे के कार्यों की लगातार मानीटरिंग कराई जा रही है। यूपीडा के अफसरों के साथ बैठक भी हो चुकी है। सोरांव में औद्योगिक गलियारा विकसित करने के लिए जमीन अधिग्रहीत करने की प्रक्रिया जल्द ही पूरी कर ली जाएगी।