प्रयागराज (राजेश सिंह)। दशहरा के मौके पर जोरदार बरसात ने मजा किरकिरा कर दिया। सुबह पथरचट्टी की श्रृंगार चौकियां निकलते वक्त बरसात शुरू होने जाने पर चौकियों के रास्ते में बाधा पड़ी। पानी और नीचे तक लटके तार की वजह की वजह से एक चौकी में करंट उतर आने से पात्रों के चपेट में आने का खतरा पैदा हो गया था। रामलीला के पात्रों को भीगने से बचाने के लिए पालीथिन का सहारा लेना पड़ा। दोपहर में भी बरसात होती रही जिससे कई रास्तों में जल भराव की स्थिति बन गई है। ऐसे में शाम को रामदल के रास्ते में जल भराव से दशहरा मेला में व्यवधान पड़ना तय है। कई दिन तक बरसात थमी रही तो माना गया कि मानसून की वापसी हो गई है। सितंबर के आखिरी सप्ताह में मानसून को वापस जाना माना जाता है लेकिन बुधवार दोपहर अचानक काले बादल छाए और फिर रह-रहकर घंटे भर तक तेज बरसात होती रही। इससे संकेत मिल गए थे कि गुरुवार को दशहरा के दौरान भी बरसात हो सकती है। बुधवार की बरसात से दुर्गा पूजा पंडालों में पानी भरने से श्रद्धालुओं को दिक्कत झेलनी पड़ी थी। गुरुवार भोर में पथरचट्टी रामलीला कमेटी की श्रृंगार चौकिया पूरी सज-धज के साथ निकलीं लेकिन अचानक बरसात ने व्यवधान डाल दिया। जीरो रोड पर श्रृंगार चौकी देर तक फंसी रही। अग्रसेन चौराहे के पास चौकी बिजली के तार में भी उलझी। इसी दौरान एक चौकी में करंट भी उतरा तो खलबली मची हालांकि कोई नुकसान नहीं हुआ और सभी पात्र सुरक्षित रहे। वर्षा के पानी से बचाने के लिए पालीथिन का सहारा लेना पड़ा।