प्रयागराज (राजेश सिंह)। सेंट्रल जेल नैनी में बंद माफिया अतीक अहमद के बेटे अली को जेल के दूसरे छोर पर बने एकांत बैरक में भेज दिया गया है। यहां अगल-बगल किसी भी बैरक में बंदी नहीं हैं। उसे यहां इसलिए रखा गया, क्योंकि जेल पहुंचने के बाद माफिया अतीक के गुर्गे अली के आसपास मंडराने लगे थे।
अली अहमद के जेल जाने से पहले माफिया अतीक अहमद के कई गुर्गे पहले से यहां बंद थे। अली के कुछ साथी भी यहां थे। पुलिस ने इनको करेली में प्रापर्टी डीलर से रंगदारी, हत्या की कोशिश समेत अन्य धाराओं में लिखी गई रिपोर्ट के तहत गिरफ्तार किया था। अली के जेल जाने के बाद यह सभी सक्रिय हो गए। उसे जिस बैरक में रखा गया, उसमें पहले से ही माफिया के कुछ गुर्गों के साथ ही अली के साथी भी बंद थे।
दूसरी बैरक में बंद माफिया के अन्य गुर्गे भी अली के आसपास मंडराने लगे थे। जेल की सुरक्षा व्यवस्था में कोई खलल न उत्पन्न हो, इसके लिए जेल प्रशासन ने इसे बड़ी गंभीरता से लिया। सूत्रों के मुताबिक अली की बैरक बदल दी गई। उसे जेल परिसर में दूसरे छोर पर बनी एकांत बैरक में भेज दिया गया। यहां जेल पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया। 24 घंटे अली की गतिविधियों पर नजर रखने के निर्देश दिए गए।
अली समेत उसके दर्जन भर साथियों पर पिछले वर्ष 30 दिसंबर माह में करेली थाने में प्रापर्टी डीलर ने पांच करोड़ की रंगदारी मांगने, हत्या की कोशिश समेत अन्य आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। घटना के बाद से अली फरार हो गया था, जिस पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था। 30 जुलाई को अली ने न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया था। तब से वह नैनी जेल में है।
अली से जेल में मुलाकात करने के लिए जाने वाले लोगों पर भी नजर रखी जाती है। सुरक्षा कारणों से यह सब किया जाता है। यही नहीं, मुलाकात के समय माफिया अतीक के गुर्गों से भी उनके घरवाले मिलने आते हैं। ऐसे में वह भी वहां होते हैं। लेकिन गुर्गों को अली के पास फटकने तक नहीं दिया जाता।