स्वास्थ्य विभाग के आलाअधिकारियों की मिलिभगत से हो रहा मौत का सौदा, नहीं हो रही कोई कार्यवाही
कोरांव में अप्रशिक्षित महिला खोल रखी अवैध प्रसव व गर्भपात केन्द्र, बच्ची की हुई मौत
उत्तर प्रदेश में बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का अभियान हुआ हवा हवाई।
झोलाछाप चिकित्सकों ने ली तीन माह बच्ची की जान
कोरांव,प्रयागराज (सत्यम तिवारी) एक ओर जहां सूबे के मुखिया तरह तरह योजनाओं से महिलाओं को जागरूक कर रहे हैं और बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का अभियान चला रहे हैं वहीं पर प्रदेश सरकार की खुलेआम धज्जियां उड़ाते नजर आ रहे झोलाछाप डॉक्टर । प्रयागराज के कोरांव में इस वक्त अप्रशिक्षित झोलाछापों चिकित्सकों की बाढ़ सी आ गई है जहां पर चिकित्सकों द्वारा मरीजों के जिन्दगी की परवाह किए बिना मोटी रकम की लालच में उनकी जिन्दगी लेने में तुले हुए हैं। इतना ही नहीं अप्रशिक्षित महिला चिकित्सकों द्वारा खुलेआम सरकार की मंशा के विपरीत प्रसव व गर्भपात भी कराया जा रहा है। ऐसे फर्जी तरीके से चलने वाले चिकित्सीय केन्द्रों व संचालकों के विरुद्ध जिम्मेदारों द्वारा कोई कार्यवाही अमल में न लाए जाने के कारण मनबढ़ हो गये हैं और लोगों की जिन्दगी समाप्त कर रहे हैं।
जी हां बात हो रही है कस्बा कोरांव के गांधी नगर चौराहे से तुलसी विद्यालय रोड स्थित एक ऐसे बिना मान्यता के संचालित चिकित्सीय केन्द्र की जिसकी संचालिका अप्रशिक्षित महिला आरती है। और एक बन्धू श्याम मेडिकेयर सेंटर है जहां पर गुरुवार को उक्त केन्द्र पर मध्यप्रदेश के अमिलिया पुरवा गांव निवासी विक्रमा तिवारी ने अपने मुरलीपुर कोरांव निवासी सगे संबंधी के साथ बीमार बच्ची (3 माह) का इलाज कराने पहुंचे। आरती केन्द्र पर मौजूद नहीं रही और मरीज के परिजनों को रुकने तथा चिकित्सक को बुलाने की बात कही। थोड़ी देर में चिकित्सक राजू शर्मा पहुंचे और बच्ची का इलाज किये और दो दिन की दवा देने के बाद चिकित्सक ने बच्ची को लेकर घर जाने को कहां जहां पर बच्ची को लाभ न मिलने पर दुबारा दिखाने की बात कही। परिजन बच्ची को लेकर रिश्तेदार के घर मुरलीपुर कोरांव गये। घर पहुंचते ही बच्ची की तबियत और बिगड़ गई। थोड़ी देर में परिजन बीमार बच्ची को लेकर पुनः उसी चिकित्सीय केन्द्र पर पहुंचे जहां पर उसकी मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया और परिजनों द्वारा केन्द्र संचालिका आरती समेत चिकित्सक राजू शर्मा पर लापरवाही का आरोप लगाने लगे। इसी बीच आरती व उसके पालतू गुर्गों द्वारा मृत बच्ची के साथ गरीब ग्रामीण परिजनों को भगा दिया और बोली कि जाओ जहां राजू शर्मा जिस हास्पिटल में बैठते हैं तब मृत बच्ची को लेकर परिजन श्याम मेडिकेयर सेंटर पर पहुंचे जहां पर मौके से डाक्टर राजू शर्मा फरार हो चुके थे परिजनों के कई बार बुलाने के बाद भी राजू शर्मा नहीं आये तब परिजन महिला चिकित्सक आरती पाण्डेय के पास फिर पहुंचे तो आरती पाण्डेय ने परिजनों को झूठा आश्वासन देकर उन्हें घर जाने की बात कहीं। जहां पर अगर देखा जाए तो कस्बा कोरांव में अन्य लोगों की मानें तो उक्त अवैध संचालित चिकित्सीय केन्द्र पर अप्रशिक्षित महिला आरती द्वारा प्रसव व गर्भपात का काम कर मोटी रकम वसूला जा रहा है। प्रसव के दौरान कई महिलाओं के नवजात शिशु की भी मौत हो चुकी है जिस पर हंगामा भी खड़ा हुआ था। लोगों ने जिम्मेदारों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए ऐसी केन्द्र संचालिकाक के खिलाफ कार्यवाही व केन्द्र एवं फर्जी हास्पिटल को बंद कराये जाने की मांग की है।