प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज सिटी के सिविल लाइंस स्थित शकुंतला अस्पताल में प्रसव के दौरान गर्भवती युवती की मौत हो गई। बेटी की अचानक मृत्यु होने से दुखी मायके वालों ने इसे कत्ल का मामला करार देते हुए आरोप लगाया कि दहेज में 10 लाख रुपये कैश की डिमांड नहीं पूरी करने पर उसे मार डाला गया। पिता ने कौशांबी के पिपरी थाने में ससुराल वालों के खिलाफ तहरीर दी तो पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर छानबीन शुरू की।
कौशांबी में तिलहापुर मोड़ निवासी शंकरलाल ने अपनी बेटी संजना का विवाह दो साल पहले पिपरी के भगवतपुर गांव निवासी सुजीत वर्मा पुत्र सुरेंद्र कुमार से किया था। संजना मौजूदा समय में गर्भवती थी। बुधवार रात प्रसव पीड़ा उठने पर परिवार के लोगों ने प्रयागराज में झलवा स्थित एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया। वहां से रेफर करने पर पूनम अस्पताल ले जाया गया। वहां भी हालत गंभीर देखकर डाक्टरों ने हाथ खड़े किए तो सिविल लाइंस स्थित शकुंतला अस्पताल में भर्ती कराया।
मगर इलाज और प्रसव के दौरान संजना की मौत हो गई। घटना की जानकारी पर पहुंचे पिता शंकर लाल ने कहा कि उनकी बेटी को मारा गया है। ससुराल वाले दहेज में 10 लाख रुपए की मांग कर रहे थे। यह डिमांड नहीं पूरी होने पर संजना का कत्ल किया गया है। अस्पताल ले जाना तो बचाव का पैंतरा है।