प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज के झूंसी थाना क्षेत्र के छतनाग गांव स्थित एमपी बिरला गेस्ट हाउस परिसर के भीतर कुत्तों के झुंड के हमले में मारे गए 21 हिरनों के मामले में वन विभाग ने गेस्ट हाउस के मुख्य सुरक्षा अधिकारी समेत चार के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है। इनमें सिक्योरिटी इंचार्ज समेत तीन को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया गया। वन विभाग के अफसरों का कहना है कि पूरे मामले की तफ्तीश की जा रही है। हिरनों पर हुए हमले मामले में अन्य दोषियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
झूंसी के छतनाग गांव में बिरला के स्कूल, अस्पताल के साथ ही विशालकाय भू भाग पर गेस्ट हाउस भी है। बिरला आनंद कानन गेस्ट हाउस परिसर के भीतर सभी अत्याधुनिक सुविधाएं हैं। पर पिछले कई साल से गेस्ट हाउस में किसी का भी प्रवेश वर्जित है। यहां पर कभी-कभार झूंसी थाने में तैनात पुलिसकर्मी ही आते-जाते रहते हैं। गेस्ट हाउस परिसर के भीतर तकरीबन 72 एकड़ के विशाल भू भाग पर हिरनों के एक कुनबे को भी बाड़ा बनाकर रखा गया था।
वन विभाग से लाइसेंस मिलने के बाद हिरनों के बाड़े को स्थापित किया गया था। डेढ़ दर्जन से ज्यादा हिरन यहां पर तकरीबन डेढ़ दशक से रखे गए थे। गेस्ट हाउस परिसर से सटा हिस्सा गंगातट का किनारा है। यहां पर भारी मात्रा में आवारा कुत्ते हैं। इसी बीच सोमवार की देर रात को तकरीबन एक दर्जन कुत्तों के झुंड ने हिरनों के बाड़े पर हमला कर दिया। आवारा कुत्तों का झुंड हिरनों के बाड़े के तकरीबन छह फीट ऊंचे बैरिकेटिंग को फांदकर भीतर घुसा था।
एक साथ घुसे कुत्तों के झुंड ने हिरनों पर हमला बोल दिया। इनमें से सात से ज्यादा हिरनों को कुत्तों के झुंड ने नोचकर बुरी तरह लहूलुहान कर दिया था। कुत्तों के हमले में 20 हिरन तथा एक चिंकारे की मौत हो गई। मंगलवार की सुबह बाड़े में 21 हिरन मरे पड़े मिले तो कर्मचारियों के होश उड़ गए। आनन-फानन में वन विभाग को सूचना दी गई। मौके पर पहुंचे वनकर्मियों ने पशु चिकित्सकों की मौजूदगी में पोस्टमार्टम कराने के बाद 21 हिरनों अंतिम संस्कार गेस्ट हाउस परिसर में ही करा दिया।
देर रात को ही वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत गेस्ट हाउस के मुख्य सुरक्षा अधिकारी अशोक कुमार डागर निवासी सतना, एमपी, सिक्योरिटी इंचार्ज अवधेश कुमार निवासी छतनाग झूंसी, लालचंद्र निवासी नैका-महीन झूंसी तथा चौकीदार जंग बहादुर के खिलाफ केस दर्ज किया गया। इनमें से अवधेश कुमार, लालचंद्र तथा जंग बहादुर को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। वन क्षेत्राधिकारी फूलपुर रेंज अशोक कुमार ने बताया कि जांच की जा रही है। पूरे मामले में अन्य दोषियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
बिरला गेस्ट हाउस परिसर के बाड़े में 12 मादा, आठ नर हिरन तथा एक चिंकारा पाला गया था। इनकी देखभाल के लिए कर्मचारियों को भी नियुक्त किया गया था। सिक्योरिटी इंचार्ज अवधेश कुमार की ड्यूटी दिन में आठ से शाम पांच बजे तक होती है। रात में अन्य कर्मचारी तैनात किए जाते हैं। इसके बावजूद गेस्ट हाउस परिसर में पीछे के रास्ते से आवारा कुत्तों का झुंड हिरनों के बाड़ें में दाखिल हो गया और किसी को खबर तक नहीं लगी। पूरे प्रकरण में गेस्ट हाउस के प्रबंध को क्लीन चिट दिए जाने को लेकर भी तरह-तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं।