नकल की तो एनएसए लगेगा, वेब कास्टिंग से लाइव मॉनिटरिंग होगी
प्रयागराज (राजेश सिंह)। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 16 फरवरी, गुरुवार से शुरू हो रही हैं। नकल विहीन परीक्षा के लिए राजधानी लखनऊ से परीक्षा की वेब कास्टिंग के जरिए लाइव मॉनिटरिंग की जाएगी। इसके लिए 2 कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। इसके अलावा सभी 75 जिलों में कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। हाईस्कूल में करीब 3116487, जबकि इंटरमीडिएट में करीब 2769258 बच्चे एग्जाम देने वाले हैं। इस बार बच्चों को परीक्षा कक्ष में जाने से पहले जूते-मोजे नहीं उतारने होंगे।
यूपी बोर्ड ने इस बार परीक्षा की अवधि काफी कम रखी है। पहले जहां 30 से 40 दिन के अंदर बोर्ड परीक्षाएं हुआ करती थीं। इस बार केवल 12 दिनों में हाईस्कूल और 14 दिन में ही इंटरमीडिएट की परीक्षा कराने का निर्णय लिया गया है। हाई स्कूल की परीक्षाएं 16 फरवरी से शुरू होकर 3 मार्च तक चलेंगी। इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 16 फरवरी से 4 मार्च तक चलेंगी।
16 जिले अतिसंवेदनशील, बलिया में हुआ था पेपर लीक
यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने बताया कि प्रदेश में 16 जनपद ऐसे हैं, जिन्हें अतिसंवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। इनमें बलिया, आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर, चंदौली, जौनपुर, देवरिया, गोंडा, मथुरा, अलीगढ़, मैनपुरी, एटा, बागपत, हरदोई, प्रयागराज और कौशांबी शामिल हैं।
यूपी में कुल 936 संवेदनशील तथा 242 अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्र माने गए हैं। बलिया में पेपर लीक होने के बाद इस साल ज्यादा सावधानी बरती जा रही है। अति संवेदनशील जिलों में बलिया नंबर एक पर है।
इस बार यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में नकल पर योगी आदित्यनाथ सरकार सख्ती कर रहे हैं। नकल कराने वालों पर एनएसए लगाने की तैयारी है। निर्देश हैं कि ऐसे केंद्र व्यवस्थापकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाए।
अब आपको परीक्षा से पहले की तैयारियों के बारे में बताते हैं, जिन्हें अफसर मुकम्मल बता रहे हैं...
75 जिलों में 1-1 पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। पर्यवेक्षक परीक्षा की समीक्षा करेगा। शासन को रिपोर्ट देगा।
केंद्र की व्यवस्था में 26 हजार से ज्यादा लोगों को लगाया गया है। प्रत्येक केंद्र में केंद्र व्यवस्थापक के अलावा बाह्य केंद्र व्यवस्थापक एवं स्टेटिक मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की गई है।
1390 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 455 जोनल मजिस्ट्रेट, 521 सचल दल भी तैनात किए गए हैं।
2018 में ऑनलाइन केंद्र निर्धारण की लागू की गई व्यवस्था से सॉफ्टवेयर द्वारा परीक्षा केंद्र बनाने पर परीक्षा केंद्र 25% कम हुए हैं।
पहले इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 25 दिन में होती थीं, लेकिन इस बार परीक्षाएं 16 फरवरी से शुरू होकर 4 मार्च तक यानी कुल 14 दिन में कराई जाएंगी।
सभी परीक्षा केंद्रों के लगभग 1.43 लाख परीक्षा कक्ष और परिसर में लगभग 3 लाख वॉयस रिकॉर्डर युक्त सीसीटीवी कैमरे, डीवीआर राउटर डिवाइस और हाईस्पीड इंटरनेट कनेक्शन की व्यवस्था की गई है।
सभी 75 जनपदों में एवं राज्य स्तर पर कंट्रोल एवं मॉनिटरिंग सेंटर से सभी 8753 परीक्षा केंद्रों की वेब कास्टिंग द्वारा लाइव मॉनिटरिंग कराए जाने की व्यवस्था की गई है।
सभी संवेदनशील एवं अति संवेदनशील परीक्षा केंद्रों की निगरानी के लिए एसटीएफ एवं एलआईयू को सक्रिय किया गया है।
जानिए इस बार परीक्षा में नया क्या है...
इस बार हाईस्कूल में 20 अंकों के बहुविकल्पीय प्रश्न के उत्तर ओएमआर शीट पर देने होंगे
परीक्षा केंद्रों पर प्रधानाचार्य कक्ष से अलग सुरक्षित कक्ष में डबल लॉक अलमारी में प्रश्नपत्रों को रखा गया है।
यूपी के शहरों में सिलाईयुक्त उत्तर पुस्तिकाओं की व्यवस्था की गई है।
4 रंगों में मुद्रित उत्तर पुस्तिकाओं पर QR कोड और यूपी बोर्ड के लोगो का मुद्रण किया गया है।
4 लेयर में टैम्पर्ड प्रूफ लिफाफों में पैकेजिंग की गई है।
प्रश्नपत्रों के लिफाफे केंद्र व्यवस्थापक, अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक और स्टेटिक मजिस्ट्रेट के सामने खुलेगा।
जेलों में बंद 170 बंदी भी देंगे परीक्षा
यूपी बोर्ड की परीक्षा में इस बार 170 बंदी भी शामिल होंगे। हाईस्कूल में 79 व इंटर में 91 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। इस बार सबसे ज्यादा 49 बंदी परीक्षार्थी गाजियाबाद से हैं। इनमें हाईस्कूल के 23 और इंटरमीडिएट के 26 परीक्षार्थी शामिल हैं। वहीं सबसे कम एक परीक्षार्थी जिला कारागार गोरखपुर से है, जो इंटरमीडिएट का है।
सभी 75 जनपदों में बनाए गए हैं कंट्रोल रूम
यूपी बोर्ड परीक्षा में प्रदेश के सभी 75 जनपदों में मॉनिटरिंग के लिए कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। नोडल अधिकारियों को मंडलवार नकल विहीन परीक्षा कराने की जिम्मेदारी दी गई है। मंडल की जिम्मेदारी देख रहा अधिकारी हर परीक्षा केंद्र की व्यवस्था को ऑनलाइन मानीटर करेंगे। किसी भी तरह की अव्यवस्था पर सीधे लखनऊ से प्रिंसिपल या व्यवस्थापक को कॉल की जाएगी। लखनऊ में बनाए गए दो कंट्रोल रूम से भी हर परीक्षा केंद्र की निगरानी की जा रही है।
यूपी बोर्ड एग्जाम खास फैक्ट जानिए
कुल परीक्षा केंद्र 8753 बनाए गए है।
राजकीय स्कूल 540
अशासकीय सहायता प्राप्त 3523
स्ववित्त पोषित 4690
कुल 5885745 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं।
बालक 3246780
बालिकाएं 2638965
हाईस्कूल में 3116487 परीक्षार्थी बैठ रहे हैं।
बालक 1698346
बालिकाएं 1418141
इंटरमीडिएट में 2769258 परीक्षार्थी बैठ रहे हैं।
बालक 1548434
बालिकाएं 1220824
हाईस्कूल में 3116487 छात्र शामिल हो रहे हैं।
संस्थागत 3106185
व्यक्तिगत 10302
इंटरमीडिएट कुल छात्र 2769258 शामिल हो रहे हैं।
संस्थागत 2586754
व्यक्तिगत 182504