एसडीआरएफ की टीम ने कड़ी मशक्कत से निकाला बाहर
प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज के औद्योगिक क्षेत्र में शुक्रवार की देर रात गायब हुई लाइनमैन की साढ़े चार साल की इकलौती बच्ची का शव घर के पास स्थित कुएं में मिला। बच्ची के शरीर पर पूरे कपड़े भी नहीं थे, जिसे देखकर मां-बाप एवं घर परिवार के लोग हत्या की आशंका जता रहे हैं। जबकि, पुलिस उसे हादसा मानकर चल रही है। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम हाउस भेजा गया है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट हो जाएगी अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी।
औद्योगिक क्षेत्र थाना अंतर्गत मवैया ग्राम सभा के चिरौलिया बस्ती में बड़े मंदिर के समीप संजय यादव का परिवार रहता है। संजय बिजली विभाग में संविदा पर लाइनमैन है। उसकी तैनाती सोमेश्वर महादेव पावर हाउस पर है। घर में उसके अलावा दो भाई पवन यादव और कृष्णा यादव तथा मां रहती है। संजय के साढ़े चार साल की बेटी सौम्या यादव थी जो सरपतहिया पब्लिक स्कूल में केजी में पढ़ती थी। बच्ची की मौत से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।
संजय के अनुसार सौम्या का शुक्रवार को पेट खराब हो गया था, जिससे वह बार-बार दस्त जा रही थी। रात में सौम्या अपनी मां ममता यादव के साथ लेटी थी। संजय घर के बरामदे में लेटा था। कृष्णा और पवन अपने अपने कमरे में सोए थे। मां दूसरे कमरे में सो रही थी। सौम्या बार-बार दस्त जा रही थी। रात में मां के साथ सोई, तीन बजे खुली नींद तो गायब मिली बेटी, चाचा के कमरों की बाहर से कुंडी बंद थी। रात में 12:30 बजे तक तो मां ममता ने उसे दस्त कराया लेकिन उसके बाद मां को नींद आ गई।
भोर में 3:00 बजे के करीब ममता की नींद खुली तो उसके बगल में लेटी बेटी सौम्या नहीं थी। उसने सोचा कि शौच के लिए गई होगी। वह बाहर निकली लेकिन सौम्या कहीं नहीं दिखी। इस बीच उसके देवर पवन और कृष्णा अंदर से दरवाजा पीट रहे थे कि उनके कमरे के दरवाजे की कुंडी किसी ने बाहर से बंद कर दी है। तब तक ममता की सास भी बाहर आ गई। उन लोगों ने पवन और कृष्णा के दरवाजे की कुंडी बाहर से खोला। उसके बाद वह दोनों बाहर निकले। सौम्या की खोजबीन शुरू हो गई। संजय का घर गांव के किनारे स्थित है और फिर गंगा का कछार है। परिवार के लोग पूरा कछार छान मारा। लेकिन कहीं कुछ पता नहीं चला। कंट्रोल रूम को सूचना दी गई।
सुबह 7:30 बजे औद्योगिक पुलिस को फोन किया गया। सूचना के बाद औद्योगिक थानाध्यक्ष संजीव चौबे अपने दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। जहां छानबीन के दौरान घर के पास स्थित कुएं में कांटा डालकर खोजबीन की गई तो उसमें सौम्या का पैर फंस गया। कांटे से उसके शव को निकालने की कोशिश की गई। लेकिन, सफल नहीं हो पाए। थाना प्रभारी ने एसडीआरएफ और फायर ब्रिगेड की टीम बुलाई। जिसके बाद एसडीआरएफ टीम ने कुए के अंदर उतरकर बच्ची के शव को बाहर निकाला।
बच्ची के शरीर पर केवल टीशर्ट ही पड़ी हुई थी। इकलौती बेटी की लाश देख मां बाप दहाड़ मारकर रोने लगे। देखते ही देखते घटनास्थल पर गांव वालों का मजमा लग गया पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर चीरघर भेज दिया। थाना प्रभारी संजीव चौबे का कहना है कि उसकी मां ममता ने बताया कि बार-बार दस्त होने की वजह से उसने उसे केवल टी-शर्ट ही पहनाया था। बाकी अन्य सवालों का जवाब पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस की जांच पूरी होने के बाद मिल जाएगा।