मेजा, प्रयागराज (राजेश गौड़/विमल पाण्डेय)। नवीन सब्जी मंडी स्थल में लाखों की कीमत से बनी पानी की टंकी शोपीस बनकर खड़ी है, लेकिन आज तक व्यापारियों के गले को तर नहीं कर सकी। जर्जर अवस्था में पहुंच चुकी मशीन अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहे हैं, जो कहीं ना कहीं मंडी समिति से जुड़े अधिकारियों पर सवालिया निशान खड़े कर रहे हैं। सरकारी धन का किस तरीके से दुरुपयोग किया जा रहा है, वह तस्वीरों में साफ-साफ देखा जा सकता है। जिस कमरे में सप्लाई के लिए मोटर लगाई गई है वह एकदम जीर्ण शीर्ण हो चुका है। पानी की टंकी केवल कंपनियों के प्रचार का स्लोगन लगाकर अपनी बदहाली वाली बयां कर रही है। कंपनियों का कम से कम टंकियों की पुताई कर उस की चमक को बरकरार कर रखी है लेकिन खोखली टंकी में पानी मुनासिब नहीं हो सका, जो केवल प्रचार प्रसार के लिए मात्र बनकर रह गई है।
शोपीस बनी मण्डी समिति में बनी पानी की टंकी
बुधवार, फ़रवरी 08, 2023
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