मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
क्षेत्र के बिसेन पूर में महिप सिंह के निवास पर आयोजित भजन गीत कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध भजन गायक डॉक्टर अशोक हरिवंश भैया जी ने स्वरचित एक से बढ़ कर एक भजनों की प्रस्तुति से श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। भैया जी ने भजन की शुरुआत श्री सुदृष्टि बबा महाराज की "बाबा महाराज बोलो" भजन के माध्यम से उनकी जीवनी को विस्तार से वर्णन किया।इसके बाद एक से बढ़ कर एक भजन "मन में बसे हनुमान हैं",
"राम कृपा ही बहती जाती",
"अंजनेय के रोम रोम में बजरंग बली कहती जाती","रामायण सत कोटि अपारा,"
"मंगल भवन अमंगल हारी,"" राम सिया राम सिया राम जै जै राम,"
"मिलहि न रघुपति बिन अनुरागा,"
"सुनि कपि जिय जस मानस ऊना,"
"तुम सम भरतहि नाही,"
"हे अंजनी के लाल ऋणी हो गया है राम तुम्हारा"
"लाज रखो हे कृष्ण मुरारी"
एक दास रघुनाथ का एक भक्त श्रीकृष्ण का।आदि स्वरचित भजनों की प्रस्तुति से श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।उन्होंने बीच - बीच में भजन का सार श्रोताओं को बताते रहे।उन्होंने कहा कि भगवान राम ने हनुमान से कहा कि तुम तो लखन से भी हो प्यारे,कहा बिना भाव के प्रभु का मिलन नही होता है।हनुमान जी चिरंजीवी नहीं नित्य जीवी हैं।राम स्वभाव हैं तो लक्ष्मण प्रभाव।
गायक प्रकाश त्रिपाठी ने "सजा दो घर गुलशन का मेरे सरकार आए हैं," स्वागत गीत से भैया जी का स्वागत किया।भैया जी ने पत्रकारों,गणमान्य लोगों को सम्मानित किया।श्री राघव सेवा समिति प्रयागराज की संगीत व वाद्य टीम ने भजन में साथ दिया। अंत में आयोजक महीप सिंह ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया।आगंतुकों ने महाप्रसाद ग्रहण किया।कार्यक्रम में पकरी सेवार स्थित पगलानंद आश्रम के महंत रामदास महाराज, बाल ब्रह्मचारी,राजेश पांडेय,अभिषेक तिवारी,ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि उरुवा भोला गौतम,विकास तिवारी,राजू पांडेय,गौरव पांडेय,दिनकर मिश्र,रविंद्र सिंह,विवेक सिंह,मंजीत तिवारी,जितेंद्र सिंह,ओपी सिंह आदि मौजूद रहे।