गांव के विकास में रोड़ा बने प्रतिस्पर्धा की भावना को खत्म करना उद्देश्य- पूर्व कमिश्नर
मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
रिटायर्ड आईएएस अधिकारी,पूर्व कमिश्नर डॉक्टर अजय शंकर पांडेय ने मंगलवार को मेजा ब्लॉक सभागार में सद्भावना ग्राम योजना की निर्वाचित प्रधान व उपविजेता प्रधान प्रत्याशी की प्रथम कार्यशाला में कहा कि सद्भावना ग्राम योजना का उद्देश्य प्रतिस्पर्धा की भावना खत्म कर परस्पर सहयोग की भावना पैदा करना है जिससे गांव के विकास में प्रतिद्वंद्विता बाधा ना बने।उन्होंने कहा कि सद्भावना ग्राम योजना के तहत आने वाले गांव के विकास कार्यों को प्रशासनिक स्तर पर प्राथमिकता दी जाएगी।गांव के विकास में प्रधानी का चुनाव हारने वाले उम्मीदवार को भी भागीदार बनाने की अनोखी पहल करते हुए रिटायर्ड आईएएस अधिकारी पूर्व कमिश्नर डॉ. अजय शंकर पांडेय ने मंगलवार को मेजा ब्लाक में ‘सद्भावना ग्राम योजना’ की शुरुआत की। मूल रूप से प्रयागराज के रहने वाले पांडेय ने बताया कि ऐसा पहली बार है कि प्रधान के चुनाव में निर्वाचित और पराजित रहने वाले व्यक्ति गांव के विकास के लिए एक साथ आए हैं।श्री पांडेय ने कहा किजिला प्रशासन के सहयोग से सद्भावना ग्राम योजना के अंतर्गत निर्वाचित प्रधान को कुशल प्रधान और पराजित प्रधान को विकास सलाहकार की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
श्री पांडेय ने बताया कि इस योजना का क्रियान्वयन तीन चरणों में किया जाएगा जिसमें प्रथम चरण में पराजित प्रधान प्रत्याशी के साथ बैठक की जाएगी। जबकि दूसरे चरण में निर्वाचित प्रधान के साथ बैठक की जाएगी।वहीं अंतिम चरण में निर्वाचित और पराजित प्रधान के साथ बैठक कर विकास की रूपरेखा तय की जाएगी।उन्होंने कहा कि इस योजना से प्रधान के चुनाव में पराजित व्यक्ति के मन से वैमनस्य की भावना हटेगी और भ्रष्टाचार पर भी अंकुश लगेगा, क्योंकि यह योजनाओं के क्रियान्वयन में खामियों को उजागर करेगा।उन्होंने यह भी कहा कि समस्याओं के निस्तारण में सद्भावना ग्राम योजना सहायक होगा।इससे समय और दुश्मनी भी खत्म होगी।इसमें जिला प्रशासन का भी सहयोग से सही निर्णय भी होगा।छोटे छोटे मुकदमों का निस्तारण आसानी से ग्राम स्तर पर ही हो जायेगा।उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि यह कोई सरकारी आदेश नहीं है और न ही यह कानून है।यह पूरी तरह से आपके स्वेच्छा और इच्छा पर निर्भर है।उन्होंने उपस्थित सभी 75 गांव के प्रधानों के सहयोग की सराहना करते हुए सभी से शांति और सद्भाव की अपेक्षा की है।अंत में खंड विकास अधिकारी मेजा सईद अहमद ने कहा कि जब ग्राम पंचायत स्तर की शिकायत तहसील और थाने तक नहीं पहुंचती है तभी यह योजना पूरी तरह से सफल माना जायेगा।पूर्व कमिश्नर ने प्रधान संघ के जिला प्रभारी अनिल शुक्ला को सद्भावना ग्राम योजना की पुस्तक भेंट की। डॉ.अजय शंकर पांडेय ने बताया कि इससे पूर्व वह गाजियाबाद, जालौन, ललितपुर और झांसी में सद्भावना ग्राम योजना को क्रियान्वित कर चुके हैं।इस मौके पर प्रमुख रूप से प्रधान राजीव तिवारी, पंकज राव,रामधारी बिंद,राकेश कुमार यादव,अनिल कुमार,सुषमा देवी,आशीष निषाद,जगन्नाथ,हीरामणि,मुरारी यादव,इंद्र कुमार,सोनू पटेल सहित सभी प्रधान व प्रतिनिधि मौजूद रहे।