सादड़ी, राजस्थान (सरदार कर्मपालसिंह सवाली)। क्षेत्र के पास स्थित मुथाना गांव के श्रवण देवासी पुत्र फगाराम जी ने 10 वी बोर्ड में 92 प्रतिशत प्राप्त कर देवासी समाज का नाम रोशन किया है ।
आर्थिक कमजोर परिवार के होते हुए और पिताजी को कैंसर होते हुए भी अपनी मेहनत व परिश्रम से ये मुकाम हासिल करना आसान नही था।
इस बच्चे की आर्थिक परिस्थिति व ड्रॉप आउट ना हो इस प्रयास के साथ राईका एजुकेशन चेरिटेबल ट्रस्ट के लालसिंह जी राईका मुथाना गांव पहुंचे और घर जाकर छात्र को बधाई दी एवं उज्ज्वल भविष्य की कामना की । छात्र श्रवण देवासी को माला पहनाकर व मिठाई खिलाकर सम्मान किया एवं उसको बेग पारितोषिक के रूप में प्रदान किया। तथा सिद्धिविनायक स्कूल के संस्था प्रधान राकेश मालवीय का भी माला पहनाकर स्वागत किया और प्रतिभा को तराशने के लिए आभार भी प्रकट किया।
जीरो ड्रॉप आउट के तहत श्रवण देवासी को रेक्ट के संस्थापक लालसिंह जी राईका ने गोद लेकर एक मिशाल पेश की एवं 11वी 12 वी और नीट की कोचिंग और रहना, खाना, पीना व कोटा में शिक्षा हेतु वित्तीय प्रबन्ध किया । लालसिंह जी राईका ने ALLEN इंस्टिट्यूट कोटा में बातचीत करके प्रवेश करवाया।
लालसिंह जी ने श्रवण देवासी को प्रेरित करते हुए कहा कि श्रवण तुम्हे अपने गांव और क्षेत्र के लिए मिशाल बनना है और डॉक्टर बनकर समाज और क्षेत्र का नाम रोशन करना है। तुम खर्चे की फिक्र मत करना सिर्फ पढ़ाई पर फोकस करना है।
लालसिंह जी राईका ने कहा कि समाज मे आर्थिक स्थिति के कारण कोई छात्र ड्रॉप आउट ना हो जिसके लिए मेरा पूरा प्रयास रहेगा। राईका ने कहा कि समाज शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ा हुआ है एवं हर गांव ढाणी से होनहार प्रतिभाओ को खोजना होगा और उन्हें ड्रॉप आउट से बचाकर तराशना होगा। शिक्षा के लिए हमे क्रांति लानी होगी।
गौरतलब रहे कि लालसिंह जी राईका ने रेक्ट की स्थापना जयपुर में 2003 में की थी और समाज मे शिक्षा के क्षेत्र में 2003 से सम्पूर्ण भारत के लिए समाजसेवा का कार्य कर रहे है और वहां प्रतियोगी परीक्षा में हजारों प्रतिभाओ को निखारा है। अब उन्होंने अब निश्चय किया कि राजस्थान में शिक्षा का प्रसार प्रचार करना है।
इस दौरान रेक्ट के लालसिंह जी राईका, एक्सिस बैंक के असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट वगताराम जी राईका, राकेश जी मालवीय, रेक्ट सादड़ी कार्यकारिणी के सदस्य किशन जी, फुआराम रायका, नारायण राईका, भीकाराम छोड़ा, जीवाराम जी, रताराम जी, वालाराम जी समेत कई युवा और बुजुर्ग उपस्थित थे।