प्रयागराज (राजेश सिंह)। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र की मौत के मामले में आक्रोशित छात्रों ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ भवन के सामने बुधवार को चक्काजाम शुरू कर दिया। आक्रोशित छात्र मृतक छात्र का शव छात्रसंघ भवन पर लाने की मांग कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि शव को पहले छात्रसंघ भवन पर लाया जाए, इसके बाद उसके शव का पोस्टमार्टम कराया जाए। उधर पुलिस ने मृत छात्र के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने की तैयारी कर रही है। इसकी जानकारी होते ही छात्र सड़क जाम कर नारेबाजी कर रहे हैं। मौके पर कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई है। छात्रों के साथ मृतक आशुतोष के पिता भी सड़क पर बैठे हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन के ऊपर कार्रवाई की मांग की है।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में बी.वोक का छात्र आशुतोष द्विवेदी (23) मंगलवार दोपहर अचेत होकर गिर गया। साथी छात्र उसे ई-रिक्शे से एसआरएन अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। आशुतोष पुत्र गणेश शंकर द्विवेदी इविवि के मीडिया अध्ययन केंद्र के बी.वोक पंचम सेमेस्टर का छात्र था। वह मूल रूप से आरोखुर्द, चांदोपारा, हंडिया का रहने वाला था। दो बहनों में घर का इकलौता बेटा था। पिता प्राइवेट जॉब करते हैं। आशुतोष अल्लापुर में अपने रिश्तेदार के घर रहकर पढ़ाई करता था। साथी छात्र रमन ने बताया कि दोपहर लगभग 12:45 बजे आशुतोष इविवि में आया और एसबीआई के बगल स्थित कार्यालय में लगे वाटरकूलर से पानी पीया। इसके बाद बाहर निकला ही था कि अचेत होकर गिर पड़ा। साथी छात्र उसे अस्पताल ले गए जहां उसकी मौत हो गई। सूचना पर पुलिस ने परिजनों को सूचना देकर शव मोर्चरी भेज दिया। कर्नलगंज इंस्पेक्टर राममोहन राय ने बताया कि बुधवार को पोस्टमार्टम में मौत की वजह सामने आएगी।
एसआरएन अस्पताल में मृत छात्र के साथियों ने आरोप लगाया कि घटना के बाद वह इविवि कैंपस में मौजूद एंबुलेंस को बुलाने गए। लेकिन चालक ने मना कर दिया। कहा कि आधिकारिक सूचना मिलने पर ही वह जाएगा। उधर अस्पताल पहुंची छात्र के माता मंजू देवी व पिता का रो-रोकर बुरा हाल रहा।
उधर छात्र की मौत के बाद पहुंचे दर्जनों छात्र नेताओं ने मोर्चरी के बाहर हंगामा भी किया। आरोप लगाया कि विवि में मौजूद एंबुलेंस समय पर आती, तो शायद छात्र की जान बच जाती। मीडिया सेंटर के छात्र अंकित शुक्ला, देवेंद्र यादव व अभिषेक तिवारी ने कहा कि सीएमएस परिसर में न तो वाटर कूलर है और न ही शौचालय की कोई व्यवस्था है। इसके लिए दूसरे विभाग में जाना पड़ता है। घटना की सूचना पर मीडिया अध्ययन केंद्र की डायरेक्टर विधु दास खरे सहित विश्वविद्यालय के अन्य अधिकारी भी अस्पताल पहुंचे।
उधर एंबुलेंस समय से न आने के आरोप को इविवि की जनसंपर्क अधिकारी प्रो. जया कपूर ने गलत बताया है। उनका कहना है कि विवि के स्तर पर इस मामले में कोई लापरवाही नहीं की गई है। सूचना प्राप्त होते ही एंबुलेंस तुरंत भेज दी गई थी। छात्र को अगर एंबुलेंस से ले जाया गया होता तो शायद जल्दी और समय रहते अस्पताल पहुंचा जा सकता था। उन्होंने इविवि की ओर से छात्र के निधन पर संवेदना व्यक्त की। इविवि में बी.वोक के छात्र आशुतोष द्विवेदी के मामले में देर रात नया मोड़ आ गया। पिता गणेशशंकर दुबे ने विवि प्रशासन की लापरवाही से बेटे की जान चली जाने का आरोप लगाते हुए कर्नलगंज थाने में तहरीर दी है। तहरीर में आरोप है कि कुलपति, कुलसचिव, डीएसडब्ल्यू व कुलानुशासक की शिथिलता व उदासीनता के कारण और पूर्णरूपेण लापरवाही से उनके बेटे की जान गई। यह भी कहा गया है कि तबियत बिगड़ने पर बेटे के दोस्तों ने ई रिक्शा बुलाया लेकिन नियम व कानून का हवाला देकर सुरक्षा गार्डों ने इसे परिसर में जाने नहीं दिया।काफी बहस के बाद शाम चार बजे बेटे को उसके दोस्त बाइक से ले गए जहां डाॅक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पिता ने कार्रवाई की मांग की है। एसीपी कर्नलगंज राजेश कुमार यादव ने बताया कि जांच की जा रही है।