प्रयागराज (राजेश सिंह)। उत्तर प्रदेश के बरेली में पदस्थ एसडीएम ज्योति मौर्य पर पति आलोक मौर्य को धोखा देने के आरोप लगने का मामला सुर्खियों में है। दावा किया जा रहा है कि पत्नी की बेवफाई का यह अनोखा मामला सामने आने के बाद पतियों में भी हड़कंप मच गया है। ट्विटर पर यूजर्स दावा कर रहे हैं कि प्रयागराज में परीक्षाओं की तैयारी कर रहीं करीब 135 शादीशुदा महिलाओं को पढ़ाई बंद करवाकर वापस ससुराल बुला लिया गया है।
उत्तर प्रदेश की एसडीएम ज्योति मौर्य की खबर वायरल होने के बाद से सोशल मीडिया पर पोस्ट और कमेंट्स की बाढ़-सी आ गई है। दावा किया जा रहा है कि अब कोचिंग में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाली पत्नियों को उनके पति घर वापस बुला रहे हैं। कुछ ट्विटर यूजर्स का दावा है कि कोचिंग संस्थानों के हब यानी प्रयागराज (इलाहाबाद) से करीब 135 शादीशुदा लड़कियों को उनकी पढ़ाई छुड़ाकर वापस बुला लिया गया है। इन दावों की जमीनी हकीकत जानने के लिए प्रयागराज के कोचिंग संस्थानों में जा-जाकर एक न्यूज़ चैनल ने रियलिटी टेस्ट किया तो कहानी अलग ही नजर आई।
दरअसल, यूपी के बरेली में चीनी शुगर मिल की महाप्रबंधक (जीएम) ज्योति मौर्य (पीसीएस अधिकारी) और प्रयागराज में सरकारी सफाई कर्मचारी आलोक मौर्य (चतुर्थ श्रेणी ) का किस्सा जगजाहिर हो चुका है।
आलोक ने अपनी पत्नी ज्योति पर रिश्ते में धोखा देने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। पति का आरोप है कि शादी के बाद उसने ज्योति को पढ़ाने में काफी पैसा खर्च किया और जब वह उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की परीक्षा में चयनित होकर अधिकारी बन गई तो उसने दगा दे दिया। आरोप है कि ज्योति के यूपी के पीसीएस अधिकारी मनीष दुबे संग रिश्ते बन चुके हैं।
उधर, आलोक की पत्नी ज्योति मौर्य ने इन सारे आरोपों को दरकिनार किया है। पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्या ने कहा, ''सारे आरोपों की जांच मेरे ऊपर के अधिकारी कर रहे हैं'' बहरहाल, यूपीपीएससी की तैयारी कर अधिकारी बनने वाली एसडीएम साहिबा और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी आलोक मौर्य का मामला अब मीडिया में सुर्खियां जमकर बटोर रहा है।