प्रयागराज (राजेश सिंह)। भारतीय जनता पार्टी महानगर, गंगापार एवं यमुनापार अध्यक्ष के नाम की घोषणा कुछ दिन के लिए टल गई है। पहले 31 जुलाई तक सभी जिलाध्यक्षों के नाम जारी होने थे, लेकिन अब बताया जा रहा है कि 15 अगस्त तक जिलाध्यक्षों के नाम प्रदेश मुख्यालय द्वारा जारी किए जा सकते हैं। चर्चा इस बात की भी है कि पार्टी अपने कुछ प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी भी बदल सकती है।
राजनीतिक गलियारे में चर्चा इस बात की भी है कि भाजपा प्रयागराज महानगर में इस बार वैश्य बिरादरी का अध्यक्ष नहीं बनाएगी। क्योंकि यहां तीन बार से वैश्य बिरादरी से ही महानगर अध्यक्ष बन रहे हैं। वर्तमान में यहां महानगर अध्यक्ष पद का दायित्व गणेश केसरवानी के पास ही है। गणेश प्रयागराज के महापौर भी हैं। बता देें कि जिलाध्यक्ष के लिए मजबूत चेहरे की तलाश के लिए संगठन ने यहां पर्यवेक्षक को भी भेजा था। महानगर की बात करें तो यहां दो दर्जन से ज्यादा नेताओं ने अध्यक्ष पद के लिए अपना दावा ठोंका है।
इसमें तकरीबन सभी बिरादरी के लोग है। आवेदन करने वालों में पवन श्रीवास्तव, आशीष गुप्ता, श्याम चंद्र हेला, विक्रमजीत सिंह भदौरिया, कुंज बिहारी मिश्रा, संजय गुप्ता, पदुम जायसवाल, मृत्युंजय तिवारी, गिरजेश मिश्रा, कमलेश कुमार, रमेश पासी, विवेक अग्रवाल, राकेश जैन, प्रमोद जायसवाल आदि के नाम शामिल है। इसमें से अंतिम रूप से पांच मजबूत नाम का चयन कर पार्टी मुख्यालय को भेजा जा चुका है। क्षेत्रीय अध्यक्ष ने भी अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।
बताया जा रहा है कि जिलाध्यक्षों की नियुक्ति लोकसभा चुनाव के जातीय समीकरण को देखकर होगी। यमुनापार में अनुसूचित जाति, गंगापार में ब्राह्मण या पिछड़ी जाति और महानगर में सवर्ण ही अध्यक्ष बनाया जा सकता है। इतना ही नहीं पार्टी पुराने एवं निष्ठावान कार्यकर्ताओं को ही इस बार अध्यक्ष पद का दायित्व सौंपने पर विचार कर रही है। इसके लिए स्थानीय सांसद एवं विधायकों की भी राय ली जा चुकी है। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से भी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी तीनों अध्यक्ष के लिए बात कर चुके हैं।
गणेश केसरवानी, मेयर प्रयागराज एवं महानगर अध्यक्ष भाजपा का कहना है कि प्रदेश नेतृत्व को ही तय करना है कि किसे अध्यक्ष बनाया जाएगा। संगठन पुराने एवं निष्ठावान कार्यकर्ताओं को भाजपा हमेशा सम्मान देती है। कुछ दिन में तस्वीर साफ हो जाएगी।