प्रयागराज (राजेश सिंह)। गंगानगर के कोतवाली झूंसी के पूर्व इंस्पेक्टर वैभव सिंह पर आरोप लगा है कि उन्होंने एक बेशकीमती मकान पर कब्जा करवाया। न्यायालय के आदेश पर वैभव सिंह से साथ ही झूंसी के अन्य दरोगा जीतेंद्र राजपूत के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज करा दी गई। इस मामले में तीन अन्य के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कराई गई है।
प्रयागराज शहर से सटे झूंसी के नैका महीन के रहने वाले डाॅ. विपिन सिंह ने कुछ साल पहले रहिमापुर में जमीन रजिस्ट्री कराई थी। उस पर उन्होंने एक गैरज बना दिया था। एक पक्का कमरा के साथ साथ अन्य कमरों के लिए पिलर और बीम भी बनवा दिया था। इसी बीच झूंसी के रतन अग्रवाल ने उनसे जमीन का एक हिस्सा खरीद लिया। रतन ने अपने हिस्से पर कब्जा कर लिया। आरोप है कि एक दिन रतन अग्रवाल जेसीबी लेकर आया और उनका गैरज, पिलर और बीम गिरा दिया। उन्होंने थाने में शिकायत की। पुलिस आई लेकिन इंस्पेक्टर वैभव सिंह और जीतेंद्र राजपूत ने उनका मोबाइल छीनकर जीप में बिठा दिया। इस बीच उनका पूरा प्लॉट तहस नहस कर दिया गया।
डाॅ. विपिन सिंह के प्रार्थनापत्र पर न्यायालय ने इस मामले में एफआईआर के आदेश दिए। 19 अक्टूबर को डाॅ. सिंह की तहरीर पर झूंसी इंस्पेक्टर वैभव सिंह, दरोगा जीतेद्र राजपूत, चंद्रबलि, मनीष यादव और रतन कुमार अग्रवाल के खिलाफ झूंसी थाने में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। पुलिस के मुताबिक जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।