मेजा,प्रयागराज। (हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
पिपरांव कोटेदार द्वारा राशन वितरण में वर्ती जा रही घोर अनियमितता की शिकायत मिलने पर आपूर्ति निरीक्षक मेजा द्वारा की गई जांच में कोटेदार को दोषी मानते हुए एसडीएम मेजा को कार्रवाई हेतु रिपोर्ट सौंपी गई है। विकास खण्ड मेजा के पिपरांव गांव की रहने वाली शिकायतकर्ती नीला देवी पत्नी मौनी लाल ने बीते 15 जुलाई को मेजा में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस प्रभारी को दिए गए शिकायती प्रार्थना पत्र में उक्त गांव की उचित दर विक्रेता रूपा देवी पर खाद्यान्न वितरण में अनियमितता बरतने तथा कार्ड धारकों से दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए कार्यवाही किए जाने की गुहार लगाई थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम मेजा अमित कुमार गुप्ता ने क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी संजय विश्वकर्मा को तलब कर प्रकरण की निष्पक्ष जांच कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया था। शिकायती प्रार्थना पत्र मिलने के पश्चात पूर्ति निरीक्षक संजय विश्वकर्मा बीते 5 सितम्बर को उक्त गांव में जाकर जांच की प्रक्रिया आरम्भ किया जिसमें शिकायतकर्ती द्वारा लगाए गए आरोपों की पुष्टि होने पर आपूर्ति निरीक्षक ने जहां 21विंदुओ पर आरोप पत्र में उचित दर विक्रेती रूपा देवी को 15 दिवस के अन्दर जबाब दाखिल करने हेतु आरोप पत्र जारी कर दिया है।वहीं आवश्यक कार्रवाई किए जाने हेतु अपर जिलाधिकारी, जिलापूर्ति अधिकारी प्रयागराज के साथ साथ एसडीएम मेजा को भी एक प्रति सौंप दिया है। मजे की बात तो यह है कि उचित दर विक्रेता रूपा देवी ने आपूर्ति निरीक्षक मेजा द्वारा जवाब हेतु जारी किए गए आरोप पत्र में अपना पक्ष रखने के लिए गांव की ही महिला व पुरुष क्रमश:उषा देवी पत्नी राकेश कुमार, रज्जी पत्नी नचकऊ, सुनीता देवी पत्नी राजेश कुमार, फूलकली पत्नी श्याम लाल तथा मिथलेश कुमार पुत्र शिवकुमार आदि के नाम का कूट रचित फर्जी हलफनामा दे दिया गया जिसकी जानकारी जब उपरोक्त लोगों को हुई तो बुधवार को सभी महिलाएं व पुरुष एक सामूहिक प्रार्थना पत्र देते हुए एसडीएम मेजा के समक्ष पेश हुए और उचित दर विक्रेता रूपा देवी द्वारा उनके नाम का दिए गए हलफनामा को फर्जी बताते हुए एसडीएम मेजा से कोटेदार के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही किए जाने की मांग की ।