मां का श्रृंगार देख निहाल हुए भक्त, लगे जयकारे
विंध्याचल, मिर्जापुर (राजेश सिंह)। शारदीय नवरात्र मेला के प्रथम दिन मंगला आरती श्रृंगार के उपरांत मां विंध्यवासिनी का माता दरबार आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया। अब 24 घंटे मां का द्वार भक्तों के लिए खुला रहेगा। विंध्य धाम पहुंचे भक्तों ने सर्वप्रथम गंगा स्नान किया फिर विन्ध्य धाम की गलियों में सजी प्रसाद की दुकानों से माला फूल प्रसाद लेकर जय माता दी के जयकारा के साथ विन्ध्यवासिनी मां का दर्शन पूजन किया। शारदीय नवरात्र मेला को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं। विंध्य कारिडोर के तहत हुए कार्य और मंदिर की भव्य सजावट लोगों के आकर्षण का केंद्र रही।
बता दें कि नवरात्र में वाराणसी से विंध्याचल के लिए रोडवेज की 80 बसें चलाई गई हैं। इसमें वाराणसी और मिर्जापुर की बसें शामिल हैं। भोर में तीन बजे से ही बसें मिलने लगेंगी। बस में जैसे ही 25 यात्री सवार होंगे, वैसे ही विंध्याचल रवाना हो जाएगी। रात में यात्रियों की भीड़ उमड़ती है। जरूरत के हिसाब से अतिरिक्त बसें चलाई जाएंगी। इसके लिए 20 बसें रिजर्व रखी गई हैं। एआरएम ग्रामीण वीके श्रीवास्तव ने बताया कि मिर्जापुर और वाराणसी डिपो की बसें विंध्याचल रूट पर लगाई गई हैं।
नवरात्र के दौरान मां विंध्यवासिनी मंदिर का कपाट नौ दिनों के लिए 24 घंटे खुला रहता है। माता के चारों प्रहर की आरती के बाबत मात्र एक-एक घंटे के लिए कपाट बंद किया जाता है। आरती के पश्चात पुनः मंदिर का कपाट आम श्रद्धालुओं के दर्शन-पूजन के लिए खोल दिया जाता है। श्री विंध्य पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी ने बताया कि नवरात्र के दौरान सिर्फ चारों प्रहर की आरती के लिए एक-एक घंटे मां का कपाट बंद रहेगा।