प्रयागराज (राजेश सिंह)। दीपावली पर पटाखों एवं अन्य प्रकार से लगने वाली आग से बचाव को लेकर अग्निशमन टीम नैनी ने सुरक्षा के उपाय बताए और सुझाव दिए। सीएफओ के निर्देश पर जिले के सभी फायर स्टेशन प्रभारी अपने मातहतों के साथ अपने-अपने क्षेत्रों में आतिशबाज़ी की दुकानों पर लगातार जाकर आग से बचाव को लेकर जागरूक किया। अग्निशमन प्रभारी नैनी महंतू जी ने बताया कि क्षेत्र में पटाखों से लगने वाली आग से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। सभी को बताया गया कि सावधानी से त्यौहार मनाएं। क्षेत्रीय लोगों को पटाखों से लगने वाली आग अन्य प्रकार से लगने वाली आग से जागरूक किया।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रयागराज डॉ आर के पाण्डेय ने बताया कि अग्नि सुरक्षा पर ध्यान दें और सुरक्षित जीवन का आनन्द लें। सुरक्षित दीपावली मनाये जाने हेतु अग्नि सुरक्षा के उपाय में लक्ष्मी पूजन के स्थान से ज्वलनशील पदार्थ जैसे परदा, बिस्तर, कपड़े आदि दूर रखें। दीया/मोमबत्ती सुरक्षित स्थान पर ही सजायें। बिजली की झालर आदि से बिजली के बोर्ड पर अत्यधिक भार न दें शार्ट सर्किट होने से आग लगने की संभावना से विशेष रूप से सर्तक रहें।बाजार से लाये गये पटाखों को घर के वयस्क व्यक्ति के नियंत्रण में सुरक्षित स्थान पर आग के श्रोत से दूर ही रखें। पटाखे हमेशा प्रशासन द्वारा मान्यता प्राप्त विक्रेता से ही लें। अनचाही दुर्घटना से बचने के लिये पटाखों पर लिखे सुरक्षा नियमों को ध्यान से पढ़ें। तेज आवाज वाले पटाखे स्कूल, कालेज, हास्पिटल, आश्रम आदि के पास न छुड़ायें यह ध्वनि प्रदूषण के साथ आपके एवं दूसरों के कानों को नुकसान पहुंचा सकते हैं तथा दिल के मरीजों को अत्यधिक नुकसान की सम्भावना रहती है। पटाखे चलाते समय मोटे सूती एवं चुस्त कपड़े पहने, ढ़ीले कपड़े पहनने पर अग्नि दुर्घटना की संभावना रहती है।पटाखे हमेशा खुले स्थान पर किसी वयस्क की उपस्थिति पर ही बच्चों को चलाने दें। जले हुये पटाखे इधर-उधर न फेंकते हुये उसे पानी की बाल्टी या सुरक्षित स्थान पर ही रखें। जानवरों के ऊपर एवं वाहनों के आसपास पटाखें न चलायें। अपने घर में पटाखे चलाते समय अग्नि दुर्घटना से तुरन्त निपटने के लिये दो बाल्टी पानी व बालू भर कर रखें। पटाखों को रात्रि 10 से 6 के बीच में न जलाएं।
आग लगने पर क्या करें
आग लगने पर घबराये नही धैर्य और सूझ-बूझ से काम ले तथा आग आग चिल्लाएं जिससे अधिक लोग सहायता हेतु एकत्र हो। पटाखों से कपड़ों में आग लगने पर दौड़े नहीं बल्कि जमीन पर लेटकर लुढ़के एवं बुझाने हेतु पानी का प्रयोग करें। कपड़ों में लगी आग को बुझाने हेतु मोटे कपड़े अथवा कम्बल का प्रयोग किया जा सकता है। पटाखों से जल जाने पर पानी का प्रयोग करें एवं चिकित्सक की सलाह लें।आग लगने की सूचना तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन/फायर स्टेशन को दें। त्योहार मे दुसरों की भावनाओं का भी सम्मान करें।