निरीक्षण के दौरान उन्होंने सीवरेज रिट्रक्ट-जी नैनी हेतु 100 के0एल0डी0 क्षमता के फीकल स्लज ट्रीटमेन्ट प्लान्ट के निर्माण कार्य को देखा। तत्पश्चात मेला क्षेत्र से आच्छादित 45 एमएलडी अलोपीबाग इन्टरमीडिएट पम्पिंग स्टेशन (आईपीएस) की क्षमता को 80 एमएलडी किए जाने हेतु कराए जा रहे कार्यों तथा अलोपीबाग आईपीएस की मरम्मत के कार्यों का निरीक्षण किया। दोनों ही जगह कार्यों की प्रगति पर्ट चार्ट के अनुसार धीमी पाए जाने पर उनमें तेजी लाने के निर्देश दिए गए।
इसी क्रम में उन्होंने नगर निगम क्षेत्र में पूर्व में डाली गयी सीवर लाईन के मैनहोल एवं हाउस कनेक्टिंग चैम्बर के छतिग्रत ढक्कनों को बदलने के कार्य तथा सीवर मैनहोल को सडक के लेवल पर आवश्यकतानुसार रखने हेतु लोअरिंग/रेजिंग के कार्य एवं क्षतिग्रस्त सीवर लाइन को बदलने के कार्यों का भी निरीक्षण किया। लोगों को इन परियोजनाओं से अपेक्षित लाभ मिल रहा है तथा डाली गई सीवर लाइन की कहीं भी डुप्लीकेसी तो नहीं हो रही यह सुनिश्चित करने के दृष्टिगत मेला अधिकारी ने टीपीआईए को मैनहोल की मरम्मत, क्षतिग्रस्त घर कनेक्टिंग चैंबर के प्रतिस्थापन तथा ढहाने के कार्यों में एस ओ पी का अनुपालन किया जा रहा है इसकी जांच करते हुए इस संबंध में एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
मेला अधिकारी ने नगर निगम के सीवरेज डिस्ट्रिक्ट-ई में स्थित नेहरू पार्क ड्रेन एंव यादवपुर ड्रेन के इण्टरसेप्शन एंव डायवर्जन के कार्यों को भी देखा। यादवपुर ड्रेन के इण्टरसेप्शन एंव डायवर्जन के कार्यों के संबंध में उन्होंने टीपीआईए को 660 मीटर के कुल दायरे में से लगभग 400 मीटर के निष्पादित कार्य की निगरानी करने तथा वहां पर भी कार्यों में एस ओ पी का अनुपालन हो रहा है या नहीं इस संबंध में भी एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।