सात जनवरी को संगम तट पर होगा महासम्मेलन
प्रयागराज (राजेश सिंह)। माघ मेले में सात जनवरी को संगम तट पर बड़ी संख्या में महिलाएं एकजुट होंगी और सशक्त राष्ट्र निर्माण में योगदान के लिए संकल्प लेंगी। महिलाओं के महासम्मेलन का आयोजन सात जनवरी को विश्व हिंदू परिषद कैंप कार्यालय परेड ग्राउंड में होगा। जिसकी तैयारी जोरों पर चल रही है। इस संबंध में एक प्रेस कान्फ्रेंस में महिला समन्वय प्रयागराज विभाग की संयोजिका डॉ. कीर्तिका अग्रवाल ने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में महिला समन्वय द्वारा पूरे देश में जागरूक महिलाओं का महासम्मेलन आयोजित हो रहा है। इसी क्रम में काशी प्रांत के सातों विभागों में मातृशक्ति संगम का आयोजन हो रहा है। प्रयाग में इस बृहद मातृशक्ति सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।
डॉ. कीर्तिका ने बताया कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य महिला विषयक भारतीय चिंतन पर प्रकाश डालना है। जिससे प्रत्येक महिला अपने परिवार, समाज और राष्ट्र का चिंतन भारतीय दृष्टिकोण से करे। जब प्रगतिशीलता के पथ पर महिलाएं भारतीय चिंतन के साथ अग्रसर होंगी, तब ही एक समृद्ध और सशक्त राष्ट्र का निर्माण होगा। प्रयाग में एक दिवसीय यह कार्यक्रम सुबह 10 बजे शुरू होगा। इसमें तीन सत्र आयोजित होंगे। प्रथम सत्र 'भारतीय चिंतन में महिला' विषयक रहेगा, जिसमें मुख्य वक्ता दृष्टि अध्यय प्रबोधन केंद्र पुणे की संस्थापक सचिव डॉ. अंजलि विश्वास देशपांडे विचार रखेंगी।
दूसरा सत्र 'भारत के विकास में महिलाओं की भूमिका' विषयक रहेगा। इसमें मुख्य वक्ता विश्व मांगल्य छात्र सभा की अखिल भारतीय संघटक डॉ. श्रुति देशपांडे विचार रखेंगी। तीसरे सत्र में उपस्थित जागृत महिलाओं के साथ प्रश्नोत्तरी एवं प्रयागराज में विभिन्न क्षेत्रों में समाज के लिए विशिष्ट कार्य करने वाली नौ महिलाओं को सम्मानित किया जाएगा। इस सत्र की मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति मंजू रानी चौहान होंगी। कार्यक्रम में विशिष्ट भारतीय महिलाओं (प्राचीन से अर्वाचीन तक) की एक प्रेरणादायी प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। साथ ही हस्तनिर्मित वस्तुओं के स्टॉल भी लगेंगे। पत्रकार वार्ता के दौरान डॉ. कीर्तिका अग्रवाल के साथ माया द्विवेदी, रीना मिश्रा, रेखा पुंडीर, रत्ना जायसवाल, शिखा खन्ना एवं प्रयागराज विभाग की समस्त महिला समन्वयक उपस्थित रहीं।