प्रयागराज (राजेश सिंह)। गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में रविवार को करीब नौ लाख लोगों ने पुण्य की डुबकी लगाई। मकर संक्रांति की मान्यता इस वर्ष 15 जनवरी को है। ज्योतिषियों के अनुसार सूर्य रविवार की रात 2.54 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। उदया तिथि की मान्यता होने के कारण सोमवार को ही मकर संक्रांति स्नान का पुण्य मिलेगा। बावजूजद इसके 14 जनवरी को स्नान की परंपरा होने के कारण देश के कोने-कोने से श्रद्धालु शनिवार की रात को ही संगम तट पर पहुंच गए।
रविवार को भोर से ही स्नान का दौर शुरू हो गया। मेला प्रशासन के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक देर शाम तक करीब नौ लाख श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई। मुख्य स्नान पर्व सोमवार को होने के कारण इससे ज्यादा लोगों के स्नान करने की उम्मीद है। मेले में सुरक्षा व्यवस्था का चाक चौबंद प्रबंध किया गया है।
माघ मेले के पहले स्नान पर्व मकर संक्रांति को लेकर मेला क्षेत्र में पुख्ता सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। संगम क्षेत्र में पुलिस संग पैरामिलिट्री का पहरा लगा दिया गया है और श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर चप्पे-चप्पे पर नाकेबंदी की गई है। संगम क्षेत्र में पुलिस, पीएसी व पैरामिलिट्री का द्विस्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया गया है। जवानों को रविवार से ही मुस्तैद भी कर दिया गया है।माघ मेले में पुलिस व होमगार्ड के करीब 3500 जवानों की तैनाती की गई है। इसके अतिरिक्त पैरामिलिट्री को भी तैनात किया गया है। इनमें आरएएफ के जवान भी शामिल हैं।