प्रयागराज (राजेश सिंह)। विश्व हिंदू परिषद के प्रांत संगठन मंत्री नितिन ने बुधवार को कहा कि हमारा स्वार्थी समाज गोमाता से दूध लेने के बाद उन्हें अपने दरवाजे से खदेड़ देता है। इस समाज को गोमाता के संरक्षण एवं संवर्धन करने के लिए आगे आना होगा। प्रांत संगठन मंत्री ने ये बातें विहिप के माघ मेला शिविर में गोरक्षा विभाग की दो दिवसीय बैठक के समापन पर कहीं। मंत्री ने कहा कि जिस देश में भगवान श्रीकृष्ण नंगे पैरों गाय चराने जाते थे, राजा रघु ने गोमाता की सेवा की। समुद्र मंथन में जो नवरत्न प्राप्त हुए उसमें भी हमारी गोमाता थीं। यह सब कुछ जानते हुए भी कुछ लोग उनका अनादर करते हैं। अगर हम गोमाता के संरक्षण व संवर्धन करने के लिए आगे नहीं आए तो आने वाले समय में समाज संकटों से ग्रसित हो सकता है।
विहिप प्रांत अध्यक्ष भोलानाथ ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण के देश में गोमाता पर संकट दुर्भाग्य ही है। यदि यही स्थिति रही तो आने वाले समय में देसी गोवंश को केवल म्यूजियम में हम देख सकेंगे। संपूर्ण समाज को एकजुट होकर गोसेवा के लिए आगे आना होगा। अगर गोमाता नहीं रहेंगी तो यह देश भी सुरक्षित नहीं रहेगा।
विहिप गोरक्षा प्रांत मंत्री लाल मणि तिवारी ने समितियों पर जोर दिया। कहा कि एक वर्ष के अंदर गोरक्षा की गांव-गांव में समितियां खड़ा कर संगठन को गति प्रदान करनी होगी। यदि गांव-गांव गोरक्षक तैयार हो गए तो निश्चित ही गोमाता की रक्षा हो सकेगी। प्रांत मंत्री ने कहा कि हम गोमाता को उपेक्षित कर रहे हैं।
विहिप प्रांत मंत्री कृष्ण गोपाल ने कहा कि इसी प्रयागराज की धरती पर हिंदू समाज ने संकल्प लिया था कि भारत भूमि पर गोमाता का रक्त नहीं बहने देंगे। आज समय आ गया है कि यह संपूर्ण समाज गोवंश को बचाने के लिए संकल्पित होकर मुहिम चलाए। बैठक में विपिन, राम जी तिवारी, आशुतोष ,नीरज राय, लक्ष्मण के साथ विहिप काशी प्रांत के 20 जिलों के तकरीबन 100 प्रतिनिधियों ने शिरकत की।