प्रयागराज (राजेश सिंह)। उमेश पाल हत्याकांड के बाद प्रदेश की मिस्ट्री बनी 50 हजार की इनामी लेडी डॉन शाइस्ता परवीन और उसकी देवरानी जैनब उर्फ रूबी के शहर आने की खबर पर बुधवार को सनसनी फैल गई। इस सूचना पर आधा दर्जन थानों की फोर्स लेकर पुलिस अफसरों ने आधी रात चकिया व हटवा में छापा मारा। इस दौरान चप्पे-चप्पे की तलाशी ली गई। रास्तों से गुजरने वाली हर लग्जरी कार को रोककर चेकिंग की गई। रात 12:00 बजे शुरू हुआ सर्च ऑपरेशन खबर लिखे जाने तक देर रात तक चलता रहा।
माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन उमेश पाल हत्याकांड में नामजद अभियुक्त है। उधर उसके देवर अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा उर्फ रूबी की भी पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है। दोनों उमेश पाल हत्याकांड के बाद से ही फरार हैं। प्रयागराज पुलिस के साथ ही एसटीएफ भी उनकी तलाश में लगी हुई है। पुख्ता सूत्रों का कहना है कि बुधवार रात 11:30 बजे के करीब मिले एक खुफिया इनपुट ने पुलिस अफसरों की नींद उड़ा दी।
इसमें बताया गया कि शाइस्ता परवीन और जैनब किसी से मिलने शहर में पहुंची हैं। इसके बाद आधे घंटे के भीतर तमाम अफसर धूमनगंज पहुंच गए। यहां आधा दर्जन थानों की फोर्स भी बुला ली गई। रात करीब 12:00 बजे भारी पुलिस बल ने पहले हटवा गांव में छापा मारा। यहां चप्पे-चप्पे पर तलाशी हुई। पुलिस फोर्स अतीक के करीबियों के घर के आसपास पहुंची और वहां रहने लोगों से पूछताछ की।
गांव की ओर आने वाली हर लग्जरी कार को रोककर तलाशी ली गई। हटवा से होते हुए पुलिस फोर्स चकिया पहुंची। यहां भी सघन तलाशी अभियान चलाया गया। पुलिस फोर्स अतीक के मलबे में तब्दील हो चुके पैतृक मकान पर भी पहुंची और तलाशी ली। रात 12:00 बजे के करीब शुरू हुआ यह सर्च ऑपरेशन देर रात तक खबर लिखे जाने तक जारी था।
शाइस्ता परवीन पिछले साल 16 अप्रैल को आखिरी बार शहर में देखी गई थी। अतीक और अशरफ की हत्या के अगले दिन वह माफिया के करीबी जफरुल्लाह के खुल्दाबाद स्थित घर पर पहुंची थी। उसके साथ उमेश पाल हत्याकांड में फरार चल रहा 5 लाख का इनामी शूटर साबिर भी था। दोनों चोरी छिपे अतीक-अशरफ के जनाजे में शामिल होने वाले थे। हालांकि भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी की खबर मिलने पर दोनों ने इरादा बदल दिया। इसके बाद रात भर दोनों वहीं रुके और अगले दिन भोर में ही घर छोड़कर कहीं निकल गए। इस बात का खुलासा जफरउल्लाह के बेटे आतिन जफर ने पुलिस की पूछताछ में किया था। इसके बाद फिर शाइस्ता को किसी ने नहीं देखा।