प्रयागराज (राजेश सिंह)। शहर के मुट्ठीगंज में विवाहिता की मौत के बाद आक्रोशित मायके वालों द्वारा सास-ससुर समेत चार लोगों को घर में बंद कर जिंदा जलाने के मामले में सात लोगों को मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है। मुट्ठीगंज थाने में मंगाई गई प्रिजनर वैन में बैठाकर सभी को मेडिकल के लिए अस्पताल ले जाया गया। इसके बाद नैनी केंद्रीय कारागार में सभी को निरुद्ध कर दिया गया। इस मामले में आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस ने पूछताछ के लिए दर्जनभर लोगों को हिरासत में लिया था। पूछताछ के बाद प्रथम दृष्टया जिन लोगों की भूमिका सामने आई उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।
मुट्ठीगंज के सत्तीचौरा मोड़ के पास सोमवार की देर रात घर के भीतर चार लोगों को बंद कर आग लगा दी गई थी। इसमें टिंबर व्यवसायी राजेंद्र केशरवानी (65) व उनकी पत्नी शोभा देवी (60) जिंदा जल गए। बेटी शिवानी (24) और भयाहू लवली (30) भी झुलस गईं। लवली को एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया है। परिजनों की तहरीर पर व्यवसायी की बहू के मायके पक्ष के 10 नामजद समेत 82 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। मामले में पुलिस ने 12 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। पिता-पुत्र सरदारी लाल और उसके बेटे अंशू समेत मायके पक्ष के सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बुधवार को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेजा गया।
सोमवार को टिंबर व्यवसायी की बहू अंशिका केशरवानी (26) की खुदकुशी के बाद दुस्साहसिक वारदात हुई थी। टिंबर व्यवसायी व उनकी पत्नी बेटी समेत चार लोगों को घर के भीतर बंद कर आग लगा दी गई थी। रात 11 बजे के करीब हुई इस घटना में देर रात तक राहत कार्य चलता रहा। आग बुझाने के बाद भोर में तीन बजे के करीब पुलिसकर्मियों को तलाशी के दौरान घर के भीतर व्यवसायी पत्नी समेत झुलसे मृत पड़े मिले।
दोनों के शव तीसरे तल पर बने कमरे में मिले। उधर इस घटना के वक्त घर के भीतर बेटी शिवानी व भयाहु लवली भी थीं, जो बगल में रहने वाले चाचा के मकान में पहुंचीं और फिर किसी तरह बाहर निकलीं। दोनों झुलसी भी थीं, जिनमें से शिवानी का प्राथमिक उपचार कराया गया। वहीं, लवली को एसआरएन अस्पताल में भर्ती करा दिया गया।
शिवानी की तहरीर पर उसकी भाभी के मायके पक्ष के 10 लोगों को नामजद करने के अलावा 72 अज्ञात पर भी केस दर्ज कर लिया गया। आरोप है कि खुदकुशी की जानकारी मिलने पर भाभी के पिता-भाई व अन्य हमलावर आए और सभी को पीटना शुरू कर दिया। इसके बाद उन्हें घर के भीतर बंद कर आग लगा दी। इसमें उसके माता-पिता की मौत हो गई। एसीपी अतरसुइया पुष्कर वर्मा ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा कायम किया गया है। आरोपी पिता-पुत्र समेत 12 लोग हिरासत में हैं। उनसे पूछताछ की जा रही है।
इससे पहले टिंबर व्यवसायी की बहू की खुदकुशी के मामले में भी केस दर्ज किया गया। पिता सरदारी लाल की तहरीर पर ससुराल पक्ष के 10 लोगों पर दहेज हत्या समेत अन्य आरोपों में एफआईआर लिखी गई। तहरीर में आरोप लगाया गया कि 20 लाख रुपये और बड़े मकान की मांग पूरी न होने पर घर की दूसरी मंजिल पर उनकी बेटी को फांसी लगाकर मार दिया गया।