प्रयागराज (राजेश सिंह)। भदवां गांव में डायरिया से पांच मौतों के बाद अब मोतिहा उतरांव में पीलिया का कहर टूट पड़ा है। पीलिया की चपेट में आने से नौवीं कक्षा के छात्र की मौत हो गई। परिजन उसे लेकर अस्पताल में भर्ती थे। पीलिया से छात्र की मौत के बाद गांव में कोहराम मच गया है। शोक में पब्लिक इंटरमीडिएट कॉलेज को बंद कर दिया गया।
मोतिहा उतरांव के निवासी सुशील कुमार के पुत्र आदित्य को बुखार के बाद पीलिया हो गया। हालत गंभीर होने के बाद परिजन उसे लेकर अंदावा के निजी अस्पताल पहुंचे। वहां उसका उपचार चल रहा था। इस बीच चिकित्सकों की कोशिशें नाकाम होने के बाद जिंदगी की जंग वह हार गया। सुशील गांव के ही पब्लिक इंटरमीडिएट कॉलेज में परिचारक के पद पर तैनात हैं।
आदित्य उसी कॉलेज में नौवीं का छात्र था। आदित्य की मौत की जानकारी मिलने के बाद कॉलेज में शोक की लहर दौड़ गई। उधर, भदवां गांव में डायरिया की चपेट में आए लोगों का उपचार हो रहा है। गांव में संक्रमित पानी से लोगों को बचाने के लिए अब हैंडपंप लग रहा है।
भदवां गांव के हालात सामान्य हो रहे हैं।चिकित्सकों की टीम वहां पर शिविर लगाकर लोगों की जांच कर रही है। इसके अलावा पानी का जो नमूना लिया गया था, उसकी रिपोर्ट अभी नहीं आई है। अन्य गांवों में जहां संक्रमण फैलने की जानकारी मिल रही है, वहां टीम भेजी जा रही है। - डॉ. आशु पांडेय, मुख्य चिकित्साधिकारी।
शोक में कॉलेज बंद, प्रधानाचार्य- शिक्षकों ने ढांढस बंधाया, दिया हर संभव मदद का भरोसा
छात्र आदित्य की मौत के बाद पब्लिक इंटरमीडिएट कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. सूबेदार सिंह की मौजूदगी में दो मिनट का मौन रखकर शोक जताया गया। इसके बाद कॉलेज बंद कर दिया गया। बृजेश पटेल के नेतृत्व में शिक्षकों के प्रतिनिधि मंडल ने परिचारक के घर पहुंचकर हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। श्रद्धांजलि सभा में विष्णु कुमार, मनोज कुमार, बृजेश पटेल, राम नवल ,विनय कुमार, संतोष यादव, राजीव रंजन पटेल, संतोष कुमारी, अनुराग केशरवानी, अनुराग श्रीवास्तव, राज मणि गुप्ता, अनुपम श्रीवास्तव, संतोष गिरि के अलावा सैकड़ों छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।