पहली बार होगा अंडर वाटर ड्रोन का इस्तेमाल
प्रयागराज (राजेश सिंह)। महाकुंभ के दौरान पानी के भीतर भी निगरानी के पुख्ता इंतजाम होंगे। इसके लिए पहली बार अंडर वाटर ड्रोन और सोनार लेजर का उपयोग किया जाएगा। वहीं, सतह की निगरानी के लिए स्कूटर ब्रिगेड तैनात की जाएंगी। इनके साथ सुरक्षा उपकरणों की खरीद के लिए भी बजट की स्वीकृति मिल गई है।
महाकुंभ को भव्य एवं दिव्य स्वरूप देने के साथ इसकी सुरक्षा पर भी पूरा जोर है। इसके तहत मेला क्षेत्र और आसपास के क्षेत्रों में फोर्स तो तैनात रहेगी ही, नदी जल के भीतर भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होंगे। कुंभ मेला अधिकारी विजय किरण आनंद का कहना है कि पानी के भीतर सुरक्षा के लिए पहली बार कई कदम उठाए जा रहे हैं। नदियों में आठ किलोमीटर लंबी डीप वाटर बैरिकेडिंग की जाएगी।
डीआईजी पूर्वी जोन पीएसी राजीव नारायण मिश्रा ने बताया कि पहली बार जल के अंदर ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके अलावा दुर्घटना के समय पानी के नीचे जन धन की वास्तविक स्थिति का पता लगाने के लिए इस बार सोनार रेडियो तरंगों का उपयोग किया जाएगा।
डीआईजी ने बताया कि पहली बार वाटर स्कूटर ब्रिगेड भी मौजूद रहेगी। 25 वाटर स्कूटर मंगाए जाएंगे। इसके लिए सवा छह लाख रुपये स्वीकृत हो गए हैं। इसके अलावा दो फ्लोटिंग रेस्क्यू स्टेशन भी बनेंगे। इन्हें संगम और वीआईपी घाट पर बनाया जाएगा। इसके अलावा कई अन्य उपकरण भी उपलब्ध कराए जाएंगे। डीआईजी जोन ने बताया कि उपकरणों की खरीद के लिए एक अक्तूबर से टेंडर की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
महाकुंभ में वाटर लेजर शो का होगा आयोजन
महाकुंभ-2025 में श्रद्धालु और पर्यटक वाटर लेजर शो का भी आनंद उठा सकेंगे। खास यह कि लेजर शो का आयोजन गंगा और यमुना नदी में पांच स्थानों पर होगा। इसके लिए 21.86 करोड़ स्वीकृत हुए हैं। आठ करोड़ रुपये की पहली किस्त भी जारी हो चुकी है।
2019 कुंभ में संगम तट पर वाटर लेजर शो का आयोजन किया गया था। इसे लेकर श्रद्धालुओं के साथ शहरियों में भी काफी उत्साह रहा। इसे देखते हुए महाकुंभ में इसके विस्तार की योजना बनाई गई है। इसके तहत पानी का पर्दा खड़ा कर उस पर महाकुंभ से संबंधित डॉक्यूमेंट्री दिखाई जाएगी। आधे-आधे घंटे के इस शो का आयोजन कालीघाट, नमामिगंगे घाट, मौजागिरी घाट, बोट क्लब एवं त्रिवेणी दर्शन घाट पर होगा।