प्रयागराज (राजेश शुक्ला)। खचाखच भीड़, घंटों विलंब से परिचालन के साथ ही विक्रमशिला एक्सप्रेस, गरीब रथ एक्सप्रेस सहित अन्य लंबी दूरी की ट्रेनों में बर्थ नहीं मिल रही है। कंफर्म टिकटों के लिए मारामारी मची हुई है। यही स्थिति भागलपुर से कानपुर सेंट्रल तक चलने वाली साप्ताहिक कुंभ स्पेशल और मालदा से भागलपुर होकर झूंसी तक चलने वाली तीन कुंभ स्पेशल ट्रेनों की है। इन तीनों कुंभ स्पेशल ट्रेनों में भी कंफर्म सीट नहीं मिल रही है।
नहीं मिल रही कंफर्म सीट
03429 मालदा-झूंसी स्पेशल में शनिवार को सुबह नौ बजे तक 580 बर्थ खाली थी। दोपहर डेढ़ बजे तक 32 बर्थ खाली थी। लेकिन डेढ़ घंटे में दोपहर तीन बजे तक सभी बर्थ फुल हो गया। लंबी वेटिंग हो गई। सभी कुंभ स्पेशल ट्रेनों की यही स्थिति है।
भागलपुर होकर ट्रेन नंबर 03417, 03429 और 03411 कुंभ मेला स्पेशल 16, 17, 18, 23 व 24 फरवरी को मालदा से रात 8.45 पर रवाना होगी और अगले दिन शाम 5.15 बजे झूंसी पहुंचेगी। वहीं, ट्रेन नंबर 03418, 03430 और 03412 झूंसी-मालदा कुंभ मेला स्पेशल झूंसी से शाम 7.15 बजे रवाना होगी। जो अगले दिन दोपहर 2.30 बजे मालदा पहुंचेगी। ये तीनों ट्रेन 17, 18, 19, 24 व 25 को चलेगी।
इन स्टेशनों पर होगा ठहराव
ट्रेनों का ठहराव न्यू फरक्का जंक्शन, बरहरवा जंक्शन, साहिबगंज जंक्शन, कहलगांव, भागलपुर, सुल्तानगंज, जमालपुर जंक्शन, अभयपुर, किउल जंक्शन, मोकामा, बाढ़, बख्तियारपुर, राजेंद्र नगर, पटना जंक्शन, दानापुर, आरा, बक्सर, डीडीयू स्टेशनों पर दिया गया है।
रेलवे के अधिकारियों के अनुसार उक्त कुंभ स्पेशल ट्रेनों में 23 फरवरी तक कंफर्म टिकट नहीं मिल रहा है। जबकि 24 तारीख से सभी स्पेशल ट्रेनों में बर्थ उपलब्ध हैं। इधर, शनिवार को 12368 डाउन विक्रमशिला एक्सप्रेस तय समय से चार घंटे की देरी से 12.15 बजे भागलपुर आई। जबकि ट्रेन संख्या 22406 डाउन अपने निर्धारित समय से 11 घंटे देरी से चली।
गरीब रथ एक्सप्रेस को किया गया रिशेड्यूल
इसी वजह से दोपहर 1.55 बजे भागलपुर से रवाना होने वाली 22405 अप गरीब रथ एक्सप्रेस को रिशेड्यूल किया गया। 11 घंटे की देरी से रात 12 बजे किया गया है। ट्रेनों के घंटों देरी से संचालन की वजह से यात्रियों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ा।
दूसरी ओर भागलपुर से आनंद विहार (दिल्ली) चलने वाली 12367 अप विक्रमशिला एक्सप्रेस में काफी भीड़ थी। ट्रेन की सामान्य बोगियों में चढ़ने के लिए सुबह छह बजे से ही करीब 1200 लोग लाइन में लगे हुए थे। ट्रेन के प्लेटफार्म पर लगते ही, सामान्य बोगियों में सीट के लिए मारामारी मच गई।
लाइन में लगे लोगों को कूपन नंबर के आधार पर आरपीएफ एक-एक कर बोगियों में चढ़ा रहे थे। उसी बीच भीड़ बेकाबू हो गई। बोगियों में चढ़ने के लिए मारामारी मच गई। धक्का-मुक्की होने लगी। आरपीएफ और रेलवे अधिकारियों को भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मशक्कत करनी पड़ी।
सामान्य बोगियों में खचाखच भीड़ की वजह से सामान्य बोगियों में नहीं चढ़ पाए। करीब तीन सौ लोग स्लीपर कोच में सवार हो गए। इसकी वजह से स्लीपर कोच में जिन लोगों का टिकट था उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ा। अधिकांश लोग महाकुंभ मेले में प्रयागराज जाने वालों में शामिल थे।