नई दिल्ली। सेमीफाइनल की दौड़ से पहले ही बाहर हो चुकी इंग्लैंड की टीम शनिवार को जब साउथ अफ्रीका के खिलाफ उतरेगी तो उसकी नजरें जीत से विदा लेने पर होंगी। पहले ऑस्ट्रेलिया और फिर अफगानिस्तान ने इंग्लैंड को हराकर उसे सेमीफाइनल की रेस से बाहर कर दिया था।
वहीं, साउथ अफ्रीका भी जीत के साथ सेमीफाइनल का टिकट कटाने चाहेगी। इंग्लैंड के खिलाफ मैच में साउथ अफ्रीका का पलड़ा थोड़ा भारी नजर आता है क्योंकि उसकी टीम ने अभी तक तीनों विभाग में अच्छा प्रदर्शन किया है और उसके अधिकतर खिलाड़ी अच्छी फार्म में चल रहे हैं। दूसरी तरफ इंग्लैंड की टीम बल्लेबाजी में जो रूट पर जरूरत से ज्यादा निर्भर है।
मजबूत है साउथ अफ्रीका
अफगानिस्तान के खिलाफ रेयान रिकल्टन ने शतक लगाया, जबकि कप्तान टेंबा बावूमा, रासी वैन डेर डुसेन और एडेन मार्करम ने अर्धशतक जड़े थे। दक्षिण अफ्रीका की टीम भले ही कागजों पर मजबूत नजर आती है और आईसीसी की प्रतियोगिताओं में उसका प्रदर्शन अच्छा रहा है, लेकिन पिछले एक साल में वह अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाई है।
इंग्लैंड भी है तैयार
चौंपियंस ट्रॉफी से पहले पाकिस्तान में खेली गई त्रिकोणीय सीरीज में साउथ अफ्रीका फाइनल में जगह बनाने में विफल रहा था। इंग्लैंड के खिलाफ उसे अपने प्रदर्शन में निरंतरता बनाए रखनी होगी, क्योंकि जोस बटलर की अगुआई वाली टीम जीत के साथ अपने अभियान का अंत करने के लिए प्रतिबद्ध होगी। रूट को छोड़कर इंग्लैंड का कोई भी खिलाड़ी आत्मविश्वास से भरा हुआ नहीं दिखता है।
रूट का चलना जरूरी
चौंपियंस ट्रॉफी से पहले भारत के खिलाफ वनडे सीरीज में उसे सभी मैच में हार का सामना करना पड़ा था। उसकी टीम को हार के इस क्रम को तोड़ने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। अफगानिस्तान के खिलाफ पिछले मैच में रूट ने 120 रन की शानदार पारी खेली थी, लेकिन उसके अन्य बल्लेबाज फिर से अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलने में विफल रहे। इंग्लैंड को अपने पहले मैच में गेंदबाजों की नाकामी के कारण ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार सामना करना पड़ा था।