नई दिल्ली। नेपाल में राजशाही के समर्थन में चल रहे आंदोलन के बीच पीएम नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली को आश्वस्त किया है कि भारत एक लोकतांत्रिक व स्थिर नेपाल का समर्थन करता है।
नेपाल में राजशाही स्थापित करने की मांग
नेपाल की राजधानी काठमांडू में इस हफ्ते की शुरुआत में हजारों लोगों की भीड़ ने जुलूस निकालते हुए फिर से वहां राजशाही स्थापित करने की मांग की है। देश के दूसरे हिस्सों में भी इस आंदोलन की झलक दिखाई दी है। कुछ राजनीतिक दलों ने इस आंदोलन में भारत का हाथ होने का आरोप भी गया है।
पीएम ओली ने इस आंदोलन के लिए पूर्व राजा ज्ञानेन्द्र शाह पर आरोप लगाया था। पड़ोसी देश नेपाल में लंबे समय से राजनीतिक अस्थिरता चल रही है। ओली ने 14 जुलाई, 2024 को तीसरी बार नेपाल के प्रधानमंत्री पद का शपथ ली है।
भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर हुई चर्चा
सूत्रों का कहना है कि शुक्रवार को हुई मुलाकात में पीएम मोदी ने ना सिर्फ लोकतांत्रिक नेपाल का समर्थन किया बल्कि भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों से जुड़े अन्य सभी आयामों पर विस्तार से चर्चा की है। दोनों नेताओं के बीच सहमति बनी है कि कनेक्टिविटी और ऊर्जा सहयोग से जुड़ी परियोजनाओं को त्वरित तरीके से लागू किया जाएगा।
बैंकाक में हुई पीएम मोदी और ओली की मुलाकात
पीएम मोदी और ओली की यह मुलाकात बैंकाक (थाईलैंड) में बिम्सेटक शिखर सम्मेलन के दौरान अलग से हुई। पीएम मोदी इस सम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद शुक्रवार शाम को श्रीलंका की यात्रा पर पहुंचे।