करछना, प्रयागराज (राजेश सिंह)। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय सोमवार को करछना इलाके के इसौटा लोहंगपुर गांव में पहुंचे। एक दिन पहले जलाकर मारे गए दलित युवक देवीशंकर के परिजनों से मिलकर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें सांत्वना दी। कहा कि कांग्रेस पार्टी सदैव उनके साथ खड़ी है और परिजनों को न्याय दिलाकर ही दम लेगी। इसके बाद मीडिया से बातचीत करते हुए अजय राय ने कहा कि यूपी में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है। संविधान निर्माता बाबा साहब की जयंती के एक दिन पहले करछना में दलित युवक को जलाकर मार डाला गया।
प्रदेश में जंगलराज कायम है। कुछ दिन पहले वाराणसी में शर्मनाक घटना हुई। एक युवती से 23 लोगों ने बलात्कार किया। कासगंज में भाजपा के प्रमुख नेता समेत आठ लोगों ने युवती के साथ दुष्कर्म किया। सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है कि यूपी में कानून व्यस्था नाम की कोई चीज नहीं है। उन्होंने दलित युवक की हत्या की कड़ी निंदा करते हुए प्रदेश सरकार से 50 लाख रुपये मुआवजा, आवास समेत अन्य सुविधाएं देने की मांग की। कहा कि आरोपियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाए। इस मौके पर कांग्रेस सांसद उज्ज्वल रमण सिंह, पूर्व विधायक अनुग्रह नारायण सिंह, विवेकानंद पाठक, संजय तिवारी समेत तमाम नेता मौजूद रहे।
यह है पूरा मामला
करछना के इसौटा लोहंगपुर गांव में रविवार रात मजदूरी करने गए देवीशंकर (35) की हत्या कर शव जला दिया गया था। उसकी अधजली लाश बाग में मिली। आक्रोशित परिजनाें-ग्रामीणों ने गांव के ही एक परिवार पर आरोप लगाकर एक सदस्य पर हमले का प्रयास भी किया। रोकने पर पुलिस से धक्कामुक्की भी की गई थी। परिजनों की तहरीर पर सात लोगों को नामजद करते हुए पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया है। देवीशंकर मजदूरी के साथ ही शादियों में बाजा बजाने का भी काम करता था। पिता अशोक कुमार ने बताया कि शनिवार रात 10:30 बजे के करीब गांव का ही दिलीप सिंह बेटे को गेहूं के बोझ की ढुलाई के लिए बुलाकर ले गया था। इसके बाद वह घर नहीं लौटा।
इन्हें कराया नामजद
पुलिस अफसरों के मुताबिक, पिता की तहरीर पर दिलीप सिंह, अजय सिंह, विनय सिंह, मनोज सिंह, सोनू सिंह उर्फ संजय, शेखर सिंह, मोहित व अन्य अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। पिता ने हत्या करने का आरोप लगाया है, लेकिन कोई वजह नहीं बताई है। उनका कहना है कि आरोपी दिलीप ही उसे बुलाकर ले गया था।