प्रयागराज (राजेश सिंह)। भारी बारिश के कारण शहर के कई इलाकों में आवागमन प्रभावित रहा। बालसन चौराहा, बैरहना, हिंदू छात्रावास, जार्जटाउन, सिविल लाइंस हनुमान मंदिर, डीएसए मैदान के सामने, करबला, बाघंबरी रोड, मीरापुर, राजरूपपुर, साउथ मलाका, कीडगंज, करेली समेत शहर के बड़े इलाके में जलभराव हो गया और कई घंटे सड़कों पर घुटने तक पानी भरा रहा।
शहर में मंगलवार को हुई बारिश की वजह से मौसम तो सुहाना हो गया लेकिन जलभराव ने मुसीबत बढ़ा दी। जाफरी कॉलोनी समेत कई मोहल्लों में लोगों के घरों में पानी घुस गया। कई मार्गों के किनारे घंटों पानी भरा रहा। इससे आवागमन प्रभावित रहा। बारिश की वजह से बालसन चौराहा, बैरहना, हिंदू छात्रावास, जार्जटाउन, सिविल लाइंस हनुमान मंदिर, डीएसए मैदान के सामने, करबला, बाघंबरी रोड, मीरापुर, राजरूपपुर, साउथ मलाका, कीडगंज, करेली समेत शहर के बड़े इलाके में जलभराव हो गया और कई घंटे सड़कों पर घुटने तक पानी भरा रहा। नाला ओवरफ्लो होने से राजरूपपुर के जाफरी कॉलोनी, आनंदपुरम में लोगों के घरों में गंदा पानी घुस गया। साउथ मलाका में भी सीवर ओवरफ्लो होने से लोगों की परेशानी बढ़ गई। यहां भी कई घरों में पानी घुस गया। शहर के ज्यादातर इलाकों में काफी देर तक सड़कों पर पानी भरा रहा और लोग परेशान रहे।
बारिश में महात्मा गांधी मार्ग से स्वरूप रानी अस्पताल के लिए जाने वाली सड़क पर भी घुटनों तक पानी भर गया। यह स्थित शाम तक बनी रही। इसकी वजह से मरीजों और तीमारदारों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। यही स्थिति हाशिमपुर रोड पर कमला नेहरू अस्पताल के सामने भी रही।
जीटी रोड पर इलाहाबाद विश्वविद्यालय विज्ञान संकाय परिसर के सामने वाली सड़क पर देर शाम तक पानी भरा रहा। एक किनारे पर वाहनों के पहिए डूब जा रहे थे। यही स्थिति हिंदू छात्रावास के पास भी रही। डीएसए मैदान के सामने समेत कई अन्य सड़कों पर भी एक तरफ काफी पानी भर गया। इसकी वजह से आधी सड़क पर आवागमन बाधित रहा। इससे जाम भी लगा।
भारी बारिश से शहर के अमर उजाल
बारिश में झूंसी की तरफ से आने जाने वालों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। कांवड़ यात्रा की वजह से एक लेन वाहनों के लिए बंद है। बारिश में दूसरी लेन की डिवाइडर वाली साइड में जलभराव हो गया। मुश्किल यह कि निकासी की व्यवस्था न होने से रात तक पानी भरा रहा। सड़क पर पानी भर जाने से लोग परेशान हुए और जाम की समस्या बढ़ गई। पानी के बीच से वाहनों के गुजरने से कई राहगीरों पर बौछार पड़ने से लोगों के कपड़े भी गंदे हो गए। कई बार लोगों के बीच झड़प भी हुई।
बारिश के दौरान बाघंबरी रोड पर यूको बैंक की शाखा के पास सड़क धंस गई। साथ ही यहां पेयजल आपूर्ति की मुख्य पाइपलाइन भी क्षतिग्रस्त हो गई। इससे तेज गति से पानी निकलता रहा। वहीं गड्ढे में गिरने से बाइक सवार घायल हो गया। अल्लापुर के 80 फीट रोड पर दो जगह सड़क धंस गई है। अभी उन्हें ठीक नहीं किया जा सका है। अब अल्लापुर के बाघंबरी रोड पर गड्ढा हो गया है। बताया जा रहा है कि पेयजल पाइपलाइन में कई दिनों से लीकेज था और बारिश के दौरान वाहनों का दबाव बढ़ने पर मंगलवार को लीकेज बड़ा हो गया।
मुख्य पाइपलाइन क्षतिग्रस्त होने की वजह से तेज गति से पानी निकलकर सड़क पर बहने लगा। इससे गड्ढा भरने के साथ सड़क पर जलभराव हो गया। पानी भरा होने की वजह से गड्ढा दिखा नहीं और एक बाइक सवार इसकी चपेट में आकर घायल हो गया। स्थानीय लोगों ने ट्रैफिक बैरियर लगाकर गड्ढे को कवर कर दिया। हालांकि जलभराव और बैरियर लगने से आवागमन प्रभावित रहा।
पाइपलाइन क्षतिग्रस्त होने से पेयजल संकट की भी आशंका बन गई है। पार्षद विनय मिश्रा, सोनू पटेल आदि ने जलकल और नगर निगम के अफसरों को इसकी सूचना दी लेकिन पाइपलाइन ठीक होने में समय लगने की बात कही जा रही है। इसके अलावा मुख्य पाइपलाइन होने की वजह से उसे ठीक करने से पहले कई ट्यूबवेल बंद करने पड़ेंगे। ऐसे में संबंधित मोहल्लों की जलापूर्ति ठप करनी पड़ेगी।
बाढ़ और बारिश में नाला ओवरफ्लो होने से परेड मैदान स्थित बस्ती के लोगों की दुश्वारियां बढ़ गई हैं। बस्ती में पानी भर गया है। इसकी वजह से कई परिवारों को ठिकाना बदलना पड़ा है। इन लोगों ने ऊंचाई की तरफ झोपड़ी बना ली है।
बाढ़ का खतरा अब दस्तक देने लगा है। मंगलवार को यमुना के जलस्तर में जरूर कमी दर्ज की गई लेकिन गंगा उफान पर है। गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी का यही क्रम रहा तो बघाड़ा, नेवादा समेत कई इलाकों की बस्तियों में एक-दो दिनों में बाढ़ का पानी घुस जाएगा। इसे देखते हुए बाढ़ राहत शिविरों में जरूरी इंतजाम के निर्देश दिए गए हैं। गंगा का जलस्तर बढ़ने से बड़े हनुमान मंदिर कॉरिडोर में पानी भर गया है। इसके चलते श्रद्धालुओं से कुछ दिनों तक मंदिर नहीं आने की अपील की जा रही है।
पिछले 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में 115 सेमी की बढ़ोतरी हुई है। वहीं, यमुना में भी 85 सेमी की वृद्धि दर्ज की गई। इसका नतीजा रहा कि मंगलवार शाम को फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 81.74 मीटर पहुंच गया। दो सेमी प्रतिघंटे की रफ्तार से जलस्तर बढ़ रहा है। ऐसे में बुधवार सुबह तक जलस्तर 82 मीटर पार होने की आशंका है। यमुना का जलस्तर भी 81.50 के पार हो गया है। राहत की बात यह जरूर है कि दिन में 12 बजे के बाद यमुना के जलस्तर में कमी दर्ज की गई। वहीं, गंगा जी दिन में करीब सवा दो बजे हनुमान मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश कर गईं।
दोनों पटरियों पर रिवर फ्रंट रोड डूब गई है। बघाड़ा में निचले इलाके की बस्ती तक पानी पहुंच गया है। बस्ती की सड़क पर भी गंगा का पानी हिलोरे मारते हुए पहुंचने लगा है। नेवादा में भी बस्ती के एकदम करीब तक बाढ़ का पानी पहुंच गया है। ऐसे में बुधवार तक बस्तियों में पानी घुसने की आशंका बन गई है। झूंसी की तरफ भी बदरा सोनौटी को जोड़ने वाली सड़क पर पानी पहुंच गया है। गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए गांव का अन्य इलाकों से संपर्क कटने का अंदेशा बन गया है।